करतारपुर कॉरिडोर उद्घाटन : कांग्रेस ने कहा - निमंत्रण मिलने पर भी पाक नहीं जाएंगे पूर्व PM मनमोहन सिंह

पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को निमंत्रण भेजने की घोषणा की है। वह भी सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। लेकिन उद्घाटन के बहाने ओछी राजनीति पर उतरे पाकिस्तान का मंसूबा पूरा नहीं होगा। कांग्रेस (Congress) ने संकेत दिया है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) इस कॉरिडोर के उद्घाटन का न्योता स्वीकार नहीं करेंगे। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अभी पूर्व पीएम सिंह को पाकिस्तान की ओर से न्योता नहीं मिला है। हालांकि न्योता मिलने के बावजूद पूर्व पीएम वहां नहीं जाएंगे।

कुरैशी ने वीडियो जारी कर कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन पाकिस्तान के लिए बहुत महत्व रखता है। प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार से विस्तृत चर्चा और परामर्श के बाद हमने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को उद्घाटन समारोह में अतिथि के रूप में आमंत्रित करने का फैसला किया है। सिंह का पाकिस्तान में बहुत सम्मान है, इसलिए हम उन्हें आमंत्रित करने जा रहे हैं। पूर्व पीएम सिंह को निमंत्रण के जरिये पाकिस्तान ने बिना वजह विवाद पैदा करने की कोशिश की है।

करतारपुर साहिब कॉरिडोर को 9 नवंबर को खोला जाना है। कुछ दिनों पहले पाकिस्तान ने करतारपुर साहिब की उसारी का 5वां वीडियो जारी कर करतारपुर कॉरिडोर के प्रोजेक्ट का 100% काम पूरा करने का दावा किया था। वहीं, भारत की ओर से करतारपुर कॉरिडोर रोड जीरो लाइन तक बनाने का काम 85% पूरा कर लिया गया है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने पीएम मोदी को निमंत्रण के सवाल पर कुछ नहीं कहा है, ऐसे में इस मामले में टिप्पणी जरूरी नहीं है। वैसे भी दोनों देशें के वर्तमान देशों के द्विपक्षीय संबंध जिस दौर से गुजर रहा है, उस स्थिति में पीएम मोदी का वहां जाना संभव भी नहीं था।

भारत और पाकिस्तान ने इस कॉरिडोर के अपने-अपने क्षेत्र में निर्माण की आधारशिला पिछले साल नवंबर में रखी थी। पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक मंदिर के साथ पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ने के लिए भारत और पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर बनाया जा रहा है। पाकिस्तान भारतीय सीमा से लेकर गुरुद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है, जबकि गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक से सीमा तक भारत द्वारा बनाया जा रहा है।