भारत में महिला कोरोना वारियर्स के लिए तैयार हुआ विशेष PPE किट, पहन सकते है साड़ी के ऊपर; PM मोदी ने की सराहना

कोरोना वायरस से मुकाबले में कोरोना वायरस संक्रमण से खुद को बचाने के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट का इस्तेमाल करते है। कोरोना वायरस चूंकि संक्रामक बीमारी है इसलिए इससे बचने के लिए लोग मास्क पहन रहे हैं, बार-बार हाथ साफ कर रहे हैं, लोगों से दूरी बनाकर बात कर रहे हैं। आम लोगों तो मास्क और दास्ताने का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन कोरोना मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टर, नर्स, कंपाउंडर और मेडिकल स्टाफ को सिर से पांव तक वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कई तरह की चीजें पहननी होती हैं और ये सारी चीजें पीपीई किट्स हैं। पीपीई किट पहनने के बाद 6 से 8 घंटे तक हेल्थ वर्कर बाथरूम नहीं जा पाते हैं। अगर जाते हैं तो किट का दोबारा उपयोग नहीं हो पाता है। ऐसे में महिला कोरोना वॉरियर्स को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में सूरत की एक फैशन कम्पनी ने देश और दुनिया का पहला ऐसा पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट तैयार किया है, जो महिला हेल्थ वर्कर साड़ी या अन्य ड्रेस पर भी पहन सकेंगी। सूरत के फैशन डिजाइन विकास केंद्र फैशननोवा से जुड़े फैशन डिजाइनर सौरव मंडल ने आत्म निर्भर भारत अभियान के तहत इसे डिजाइन किया है। इस किट को मेडिकल लैब सिट्रा से भी मंजूरी मिल गई है। कई अन्य खूबियों वाले इस किट को बार-बार खोलने या बदलने की जरूरत भी नहीं होगी। महिलाओं के लिए खास उपयोगी होने से इसका नाम 'नारी कवच कोविड-19' रखा गया है।

हेल्थ वर्कर आराम से बाथरूम भी जा सकते हैं

फैशननोवा के निदेशक अनुपम गोयल का दावा है यह अन्य किट जितना ही सुरक्षित होने के साथ ही कई सारी खूबियों वाला है। इसे पहनना आसान है। सामान्य किट पहनने के नारी कवच कोविड 19 में इस तरह डिजाइन है कि हेल्थ वर्कर आराम से बाथरूम भी जा सकते हैं। इसे साड़ी सहित सलवार कुर्ती, पैंट शर्ट पर भी पहना जा सकेगा। यानी महिला और पुरुष दोनों वर्कर के लिए उपयोगी है। नारी कवच कोविड-19 पीपीई किट की डिजाइन की खास बात यह है कि इसे लोअर हाफ के हिस्से में मोडिफाई किया गया है। सामान्य पीपीई किट सिंगल पीस में होता है जबकि नारी कवच कोविड-19 दो हिस्सों में बना है। लोअर हाफ साड़ी पर भी पहना जा सके और बार-बार बदलना भी न पड़े।

मात्र 400-500 रुपए में मिल सकेगा

इस पीपीई किट की कीमत की बात करे तो गोयल के मुताबिक 1000 से 1200 के मुकाबले यह किट 400 से 500 रुपए में उपलब्ध हो सकेगा। गोयल का कहना है कि जल्द ही सरकारी टेंडर भी भर सकेंगे। वहीं निजी संस्थानों की मांग पर सप्लाई भी कर सकेंगे। पहली खेप में 10 हजार पीपीई किट जल्द तैयार हो जाएंगे।

आपको बता दे, प्रधानमंत्री ने मन की बात के ट्विटर हैंडल पर सूरत के फैशननोवा इंस्टीट्यूट की इस पहल को काफी सराया था।