गोगामेड़ी हत्याकांड: 5 दिन बाद हुई पहली गिरफ्तारी, फौजी का दोस्त रामवीर आया गिरफ्त में

जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि गोगामेड़ी हत्याकांड के साजिशकर्ताओं में शामिल एक आरोपी रामवीर को अरेस्ट किया है। उन्होंने बताया कि आरोपी रामवीर ने ही नितिन फौजी के लिए जयपुर में सारे इंतजाम किए थे।

गौरतलब है कि बीती 5 दिसंबर को सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की 2 शूटर्स नितिन फौजी और रोहित राठौड़ ने श्याम नगर स्थित उनके निवास स्थान पर अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या की थी। नितिन फौजी के लिए आरोपी रामवीर ने ही जयपुर में पूरे इंतजाम किए थे। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाश चन्द्र बिश्नोई ने बताया कि आरोपी रामवीर शूटर नितिन फौजी का घनिष्ठ दोस्त है।

पुलिस ने बताया कि रामवीर सिंह और नितिन फौजी के गांव आसपास हैं। रामवीर हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव सुरेती पिलानियां का रहने वाला है। दोनों 12वीं कक्षा में एक ही स्कूल में पढ़ते थे। 12वीं पास करने के बाद नितिन फौजी साल 2019-20 में सेना में भर्ती हो गया। वहीं, रामवीर ने जयपुर के मानसरोवर स्थित विल्फ्रेड कॉलेज से वर्ष 2017 से 2020 तक बीएससी और वर्ष 2021 से 2023 में विवेक पीजी जयपुर से एमएएससी की। रामवीर अप्रैल 2023 में एमएससी का आखिरी एग्जाम देने के बाद गांव चला गया था, जबकि नितिन फौजी छुट्टी आया हुआ था।

पुलिस ने बताया कि एक महीने पहले यानी 9 नवंबर को नितिन फौजी और उसके साथियों ने महेन्द्रगढ़ के थाना सदर की पुलिस पार्टी पर फायरिंग की और फरार हो गए। नितिन फौजी ने फरारी के दौरान अपने दोस्त रामवीर को 19 नवंबर को जयपुर भेजा। बिश्नोई ने बताया कि रामवीर ने नितिन फौजी की जयपुर में होटल्स और अपने परिचित के फ्लैट पर रुकवाने की व्यवस्था की थी।

पुलिस ने बताया कि आरोपी रामवीर ने वारदात के बाद अजमेर रोड से नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को बाइक पर बिठाकर बगरू टोल प्लाजा से आगे नागौर डिपो की राजस्थान रोडवेज बस में बैठाकर फरार करवाया। आरोपी रामवीर को उसके घर से अरेस्ट किया गया है।

आनंदपाल सिंह की बेटी चरणजीत का वीडियो आया सामने

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्याकांड की जांच जारी है। गैंगस्टर आनंदपाल सिंह की बेटी चरणजीत का वीडियो सामने आया है। इस हत्याकांड से नाम जोड़े जाने पर चरणजीत ने वीडियो जारी कर आरोपों का खंडन किया है।

चरणजीत ने कहा, ''सुखदेव काकू सा हमेशा से हमारे पारिवारिक सदस्य रहे हैं। कुछ दिनों से असामाजिक तत्व, मीडिया और प्रशासन द्वारा भ्रांति फैलाई जा रही है कि मैं काकू सा की हत्या में लिप्त हूं। मैं सभी से यह कहना चाहूंगी कि सुखदेव काकू सा वह शख्स थे जो मेरे पिता की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने के बाद हमारे साथ न्याय के लिए खड़े थे। उनके साथ ऐसा करने के बारे में सोच भी नहीं सकती।''