लखनऊ। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास रामेश्वरम जा रही ट्रेन की प्राइवेट बोगी में आग लग गई। ट्रेन लखनऊ से रवाना हुई थी। मदुरै कलेक्टर ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 20 से ज्यादा लोग झुलसे हैं। मृतक उत्तर प्रदेश के हैं। सीतापुर की एक ट्रेवल एजेंसी ने इस प्राइवेट कोच की थर्ड पार्टी बुकिंग कराई थी। इसमें 63 लोग सफर कर रहे थे। ये हादसा उस समय हुआ, जब ट्रेन यार्ड में थी। बताया जा रहा है कि ट्रेन का ये टूरिस्ट कोच बीती रात ही ट्रेन में जोड़ा गया था, जिसमें सिलेंडर फटने से आग लग गई। इस कोच में एक समूह से जुड़े लोग थे, जो धार्मिक यात्रा पर निकले थे।
अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने की सूचना सुबह करीब 5.15 बजे मिली। जब ट्रेन मदुरै यार्ड जंक्शन पर रुकी थी। इसके बाद 5.45 बजे फायर बिग्रेड ने आग बुझाने का काम शुरू किया। सुबह 7:15 बजे आग पर काबू पाया गया। सिर्फ प्राइवेट कोच में ही आग लगी है। दूसरे कोच तक आग फैलने से बचा लिया गया।
धार्मिक यात्रियों से भरी थी ट्रेनमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये हादसा पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस में शनिवार (26 अगस्त 2023) को सुबह 5:15 बजे हुआ, जब ट्रेन मदुरै यार्ड में खड़ी थी। इस दौरान निजी कोच में आग लग गई। ये ट्रेन लखनऊ से रामेश्वरम जा रही थी, जिसमें अधिकतर कोच पहले बुक किए गए थे। दुर्घटनाग्रस्त डिब्बा बीच रास्ते में शुक्रवार की रात को ही जोड़ा गया था।
कॉफी बनाने की कोशिश में लगी आगमदुरै की कलेक्टर एम.एस. संगीता ने बताया कि कोच में तीर्थयात्री थे और वे उत्तर प्रदेश से यात्रा कर रहे थे। आज सुबह जब उन्होंने कॉफी बनाने के लिए गैस स्टोव जलाने की कोशिश की, तो सिलेंडर में विस्फोट हो गया। 55 लोगों को रेस्क्यू किया गया है और अब तक 10 शव निकाले गए हैं। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान जारी है। कहा जा रहा ट्रेन में छिपाकर सिलेंडर ले जाए जा रहे थे। जिनमें विस्फोट हो गया।
सिलेंडर लेकर सफर कर रहे थे यात्रीकोच में आग लगने का मुख्य कारण सिलेंडर रहा, जिसे अवैध तरीके से ले जाया जा रहा था। रेलवे के अनुसार, IRCTC से कोई भी कोच की बुकिंग कर सकता है, लेकिन सिलेंडर ले जाने पर रोक है। इसके बावजूद सिलेंडर लेकर कोई यात्री सवार हुआ। घटना वाली जगह पर डीआरएम समेत रेलवे के अधिकारी मौके पर हैं। झुलसे लोगों को गवर्नमेंट राजाजी कॉलेज मदुरै में भर्ती करवाया गया है।
हादसे से जुड़े दो वीडियो सामने आए हैं, जिसमें एक महिला और कई यात्री बचाओ-बचाओ चीख-चिल्ला रहे हैं। थोड़ी देर बाद ये आवाज शांत हो जाती है। फायर इस्टींग्यूशर और पानी की बौछारें रेलवे कर्मी डाल रहे हैं। लेकिन, उसका असर आग पर नहीं हो रहा।
मृतकों के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजाआग की लपटें बढ़ती देख रेलवे ने फौरन अलग-बगल की बोगियों को अलग किया, जिससे कि आग दूसरी बोगियों में न फैल सके। आग से एक बोगी पूरी तरह जल चुकी है। मृतकों के परिवार को रेलवे ने 10 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया।
मदुरै DRM की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं:-9360552608
8015681915