किसान रैली: हिंसा के मामलों में अब तक 22 FIR दर्ज, CCTV के जरिए की जा रही उपद्रवियों की पहचान

26 जनवरी को दिन भर दिल्ली की सड़कों से लेकर लाल किले तक चले किसानों के बवाल के बाद पुलिस लगातार एक्शन में है। हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं पर अब तक 22 FIR दर्ज की जा चुकी हैं। उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस CCTV फुटेज की जांच कर रही है। लाल किले और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उधर, मेट्रो मैनेजमेंट ने आज फिर लाल किला मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया है, वहीं जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के एंट्री गेट बंद किए गए हैं।

दिल्ली में मंगलवार को किसान परेड में उपद्रव के बाद बुधवार को भी इंटरनेट सेवा प्रभावित है। बताया जा रहा है कि इंटरनेट की स्पीड बहुत स्लो है। इससे पहले राजधानी में उपद्रव के बाद अफवाहों के चलते दिल्ली-एनसीआर में इंटरनेट सेवा प्रभावित रही। आइटीओ लालकिला समेत कई स्थानों पर हिंसा बढ़ने के साथ कई स्थानों पर इंटरनेट सेवा पर सरकारी आदेश से रोक लगा दी गई। आइटीओ और लालकिला समेत कई स्थानों पर हिंसा बढ़ने के साथ नई दिल्ली, मध्य दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, बाहरी दिल्ली अन्य स्थानों पर इंटरनेट सेवा पर सरकारी आदेश से रोक लगा दी गई। इसके अलावा नोएडा, गाजियाबाद के साथ ही हरियाणा के शहरों में भी यह रोक लगा दी गई । पुलिस को यह सूचना मिली कि इंटरनेट के सहारे अफवाहों को फैलाकर स्थिति और बिगाड़ने की कोशिश की जा सकती है।

आपको बता दे, किसानों ने मंगलवार को अपनी ट्रैक्टर परेड तय वक्त से पहले ही शुरू कर दी। पुलिस ने परेड के लिए मंगलवार दोपहर 12 से शाम 5 बजे का वक्त और रूट तय किया था। दिल्ली में दाखिल होने के लिए सिंघु, टीकरी और गाजीपुर एंट्री प्वाइंट बनाए गए थे। लेकिन, किसान सुबह 8:30 बजे ही इन एंट्री प्वाइंट्स पर बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली में जबरदस्ती घुस गए और अपनी परेड शुरू कर दी। दिन भर अलग-अलग चली हिंसा में 109 पुलिस वाले घायल हो गए।

दिल्ली में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई। शाह ने राजधानी में अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियां भेजने के आदेश दिए। दिल्ली पुलिस को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए गए हैं।