चित्तौड़गढ़ : दिल दुखाने वाला हादसा, पहले कोरोना ने ली जान फिर अधजले शव को नोचते रहे कुत्ते

यह कोरोनाकाल सभी के लिए पीड़ादायी साबित हो रहा हैं जहां कई लोगो ने अपनों को खोया हैं और उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाए। कई लोगों को बिन बुलाई मौत का सामना करना पड़ा। चित्तौड़गढ़ में एक दिल दुखाने वाला हादसा हुआ जहां शख्स की पहले तो कोरोना से मौत हो गई और अंतिम संस्कार करने के बाद अधजले शव को कुत्ते नोचते रहे। मामला जिले के निम्बाहेड़ा तहसील के बिनोता गांव से सामने आया है। जहां एक कोविड पॉजिटिव की मृत्यु के बाद परिजनों द्वारा उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, परिजनों ने आग बुझने तक का इंतजार नहीं किया और घर लौट आए।

उनके घर आने के बाद शव पूरी तरह जल नहीं पाया, जिससे लाश अधजली ही रह गई। आग ठंडी पड़ते ही कुत्तों ने अधजली लाश को देखकर उसे नोचना शुरू कर दिया। जब इसकी खबर आसपास के क्षेत्र वासियों को हुई तो सरपंच को खबर दी गई। सरपंच मीणा ने बताया कि आसपास के लोगों ने फोन करके बताया कि शव को कुत्ते नोच रहे हैं और कई अवशेष ले जाकर खा रहे हैं, जिससे बहुत बदबू भी आ रही है। इसके बाद मौके पर सरपंच और चौकी प्रभारी देवेंद्र पहुंचे। जिसके बाद परिजनों को फोन करके दोबारा बुलाया और शव का पुनः अंतिम संस्कार की सारी क्रिया पूरी की।

सरपंच ईश्वर लाल मीणा ने बताया कि बिनोता गांव में एक वृद्ध को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, जिसके बाद सीएचसी बिनोता में जांच करवाई गई थी। 1 मई के जांच रिपोर्ट में वृद्ध पॉजिटिव पाए गए थे। उनका ऑक्सीजन लेवल लगातार गिर रहा था, जिसके बाद उन्हें निंबाहेड़ा के अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां उनकी हालत में सुधार नहीं होने के कारण रविवार रात को उनकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद हॉस्पिटल से बॉडी को पीपीई किट में पैक करके परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव को डायरेक्ट श्मशान ले गए और वहां उनका दाह संस्कार किया गया। परिजनों को लगा की दाह संस्कार हो चुका है। शव जल चुकी है, तो वह लोग घर चले गए। इस दौरान आग बुझ गई और शव अधजला ही रह गया।