सरकार की इस योजना के नाम पर चल रही हैं कई फर्जी वेबसाइट, जानिए उनके नाम और रहे सावधान

नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की तरफ से प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम) योजना लागू किया गया है। इस योजना के तहत सरकार कृषि पंपों के सौरीकरण के लिए 60 प्रतिशत तक अनुदान करती है बाकी का 40 प्रतिशत किसानों को विभाग को जमा करवाना होता है। इन विभागों का विवरण MNRE की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है। इच्छुक लोग MNRE की वेबसाइट पर जा सकते हैं या टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1800-180-3333 पर कॉल कर सकते हैं।

ये हैं उन फर्जी वेबसाइट्स के नाम

योजना के शुभारंभ के बाद यह देखा गया कि कुछ वेबसाइटों ने पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा किया है। ऐसी वेबसाइटें आम जनता को धोखा दे रही हैं और फर्जी पंजीकरण पोर्टल के माध्यम से उनसे रुपये तथा जानकारी एकत्रित कर रही हैं। ऐसी वेबसाइटों की जानकारी मिलने पर MNRE द्वारा उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाती है। हाल ही में देखा गया है कि कुछ नई वेबसाइटों (www.pmkusumyojana.co.in and www.punjabsolarpumps.com) ने अवैध रूप से पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल का दावा किया है। ऐसे में फिर से सभी संभावित लाभार्थियों और आम जनता को सलाह दी जाती है कि इन वेबसाइटों पर रुपया या जानकारी जमा करने से बचें। इसके अलावा, समाचार पत्रों को भी डिजिटल या प्रिंट प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित करने से पहले सरकारी योजनाओं के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा करने वाली वेबसाइटों की प्रामाणिकता की जांच करने की सलाह दी जाती है।

आम जनता को किसी भी नुकसान से बचने के लिए MNRE ने पहले 18.03.2019 को, उसके बाद 03.06.2020 को और फिर 10.07.2020 को लाभार्थियों और आम जनता को ऐसी किसी भी वेबसाइटों पर पंजीकरण शुल्क नहीं जमा करने और अपनी जानकारी साझा करने से सतर्क रहने की सलाह दी थी।

क्या करें और क्या नहीं?

MNRE अपनी किसी भी वेबसाइट के माध्यम से योजना के तहत लाभार्थियों को पंजीकृत नहीं करता है और इसलिए योजना के लिए MNRE की पंजीकरण वेबसाइट होने का दावा करने वाली कोई भी वेबसाइट भ्रामक और धोखाधड़ी है। किसी भी संदिग्ध धोखाधड़ी वाली वेबसाइट अगर किसी के द्वारा देखी गई हो तो उसे MNRE को इसकी सूचना तुरंत दे।