जयपुर में चल रहा था नकली नोट बनाने का कारखाना, 5.80 लाख के साथ दो शातिर गिरफ्तार

बाजार में नकली नोट का प्रचलन बहुत बढ़ गया हैं जिससे आमजन की चिंता बढ़ गई हैं। प्रदेश की राजधानी जयपुर में तो नकली नोट बनाने का कारखाना चल रहा था जिसका खुलासा आज स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की टीम ने किया और 5.80 लाख के नकली नोट व उपकरण के साथ दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार भी किया गया हैं। यह कारखाना जयपुर में गोनेर रोड पर एक अपार्टमेंट के महंगे विला में चल रहा था। आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है।

डीआईजी शरत कविराज ने बताया कि विला में तलाशी के दौरान एसओजी की टीम को 5 लाख 80 हजार 900 रुपए के भारतीय नकली नोट मिले। इनमें आधे छपे हुए थे। इसके अलावा कलर प्रिंटर, स्कैनिंग मशीन, लेमिनेशन मशीन, भारतीय मात्रा में नोट छापने के कागज शीट व अन्य सामान जब्त कर लिया। इनमें 500 के 1147 नोट व 200 के 37 नोट कुल 5,80,900 रुपए थे। जब्त जाली मुद्रा हूबहू असली नोट की तरह ही दिखती है, जिसमें वॉटर मार्क आरबीआई थ्रेड व संख्या का अंकन भी है।

एडीजी राठौड़ के मुताबिक मुखबिर से मिली सूचना पर यह कारवाई की गई। ATS व SOG के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी ब्रजेश मौर्या (28) निवासी वीरपुर, थाना माधवगंज जिला ग्वालियर मध्य प्रदेश और प्रथम शर्मा (19) पुत्र अनिल शर्मा निवासी मोहन नगर, पुरानी बस्ती, नाहरगढ़ रोड,जयपुर है। खबर मिलने के बाद बीती देर रात एसओजी के डीआईजी शरत कविराज के निर्देशन में टीम ने मौके पर पहुंचकर अपार्टमेंट की पहली मंजिल पर बने विला में दबिश दी। वहां ब्रजेश मौर्या व प्रथम शर्मा भारतीय मुद्रा के नकली नोट छापने की मशीनों व छपी मुद्रा के साथ नोटों की कटिंग करते हुए मिले।