अमेरिकन साइबर एक्सपर्ट का दावा- 2014 के आम चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोमवार को एक अमेरिकन साइबर एक्सपर्ट ने दावा किया है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को हैक किया जा सकता है। हैकर ने कहा कि ईवीएम को हैक करना मुश्किल है, लेकिन यह नामुमकिन नहीं है। हैकर ने दावा किया कि ट्रांसमीटर के जरिए बिना किसी ब्लूटूथ और वाईफाई के ईवीएम को हैक किया जा सकता है। यहीं नहीं हैकर का दावा है कि 2014 के आम चुनाव में ईवीएम में गड़बड़ी की गई थी और फिर महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और गुजरात के चुनावों में भी धांधली हुई। एक्सपर्ट का कहना है कि बीजेपी नेता गोपीनाथ मुंडे को ईवीएम हैकिंग के बारे में जानकारी थी, इसलिए 2014 में उनकी हत्या कर दी गई। दावा किया गया कि दिल्ली चुनाव में बीजेपी की आईटी सेल द्वारा किया गया ट्रांसमिशन पकड़ में आ गया था इसलिए इसे रुकवा दिया गया और बीजेपी चुनाव हार गई। स्काईप के जरिये लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शख्स ने दावा किया कि 2014 में वह भारत से पलायन कर गया था क्योंकि अपनी टीम के कुछ सदस्यों के मारे जाने की घटना के बाद वह डरा हुआ था। शख्स की पहचान सैयद शुजा के तौर पर हुई है। शुजा ने बताया कि भाजपा राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में चुनाव जीत जाती अगर उनकी टीम इन तीनों राज्यों में ट्रांसमिशन हैक करने की भाजपा की कोशिश में दखल नहीं दिया होता। गौरतलब है कि कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दल उत्तर प्रदेश चुनाव के बाद से लगातार सरकार पर ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप लगा रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग कई बार इन आरोपों को नकार चुका है।

वहीं चुनाव आयोग ने ईवीएम हैकथॉन पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। आयोग ने कहा कि वह मामले में लीगल एक्शन लेने पर विचार कर रहा है। बीजेपी ने इस मामले में कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी ने कहा कि कांग्रेस नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए किसी की भी मदद ले सकती है।

बता दें कि इंडियन जर्नलिस्ट असोसिएशन (यूरोप) की तरफ से ईवीएम हैकथॉन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल भी मौजूद रहे।

हैकिंग हॉरर शो

इस मामले में बीजेपी की भी प्रतिक्रिया आई है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहां, “कांग्रेस के कई फ्रीलांसर हैं जो मोदी जी को हटाने के लिए पाकिस्तान भी चले जाते हैं। वे आगामी चुनावों में अपनी संभावित हार का हैकिंग हॉरर शो बना रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “कपिल सिब्बल अचानक वहां नहीं गए। कांग्रेस, राहुल गांधी और सोनिाय गांधी ने उन्हें वहां भेजा। जिन लोगों को भी देश और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करने की सुपारी दी गई है, उस सुपारी को लेकर यहां से कोई डाकिया तो जाना चाहिए न। तो वह डाकिया भेजा गया था।”