नौकरी बदलने पर ऑटोमेटिकली ट्रांसफर होगा EPF का पैसा, EPFO कर रहा है तैयारी

कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) योजना कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की प्रमुख योजना है जिसे कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 के तहत कवर किया जाता है। ईपीएफओ या कर्मचारी भविष्य निधि में व्यक्ति के वेतन का कुछ हिस्सा योगदान के रूप में जमा होता है। एक कंपनी में जब कम से कम 20 लोग काम कर रहे हैं तो उस कंपनी को EPFO बैलेंस काटना जरूरी होता है। एक कर्मचारी ईपीएफ के लिए अपने वेतन का 12 फीसद योगदान देता है, जबकि एक नियोक्ता अन्य 12 फीसद का भुगतान करता है। ज्यादातर कर्मचारी रिटायर होने के बाद या एक संस्थान से दूसरे संस्थान में जाने के बाद पीएफ का पैसा निकालते हैं या राशि ट्रांसफर करने का अनुरोध करते है लेकिन अब अगले वित्त वर्ष से नौकरी बदलने पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के सदस्यों को राशि ट्रांसफर करने का अनुरोध करने की आवश्यकता नहीं होगी। इस प्रक्रिया को स्वचालित यानी ऑटोमेटिक बनाने पर काम चल रहा है। श्रम मंत्रालय के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। श्रम मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि EPFO प्रायोगिक आधार पर नौकरी बदलने पर इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड के ऑटोमेटिक ट्रांसफर पर काम कर रहा है। सभी सदस्यों के लिए यह सुविधा अगले साल किसी भी समय शुरू की जा सकती है।

पेपरलेस बनना है लक्ष्य

अधिकारी ने कहा कि EPFO ने पेपरलेस संगठन बनने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी परिचालन प्रणाली के अध्ययन का काम सी-डैक को दिया है। अभी 80 फीसदी कार्य ऑनलाइन हो रहे हैं। लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में नौकरी बदलने पर EPF का स्वत: हस्तांतरण महत्वपूर्ण है। अधिकारी ने कहा कि जैसे ही नए इंप्लॉयर मासिक EPF रिटर्न दायर करेंगे, जिसमें नए कर्मचारी का UAN भी शामिल होगा, वैसे ही पहले के EPF योगदान और उस पर अर्जित ब्याज का स्वत: हस्तांतरण हो जाएगा।

UAN बन जाएगा बैंक खाता

आगे कहा कि नौकरी बदलने पर EPF का स्वत: हस्तांतरण होने पर सदस्यों को काफी लाभ होगा क्योंकि UAN एक बैंक खाते की तरह हो जाएगा। इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि सदस्य जगह या इंप्लॉयर बदलता है। इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड में वह अपना योगदान यूएएन के जरिए हासिल कर सकेंगे। यह कर्मचारियों के पूरे जीवन के दौरान लागू रहेगा।

बता दे, अभी EPFO के सदस्यों को सार्वभौमिक खाता संख्या (UAN) रखने के बाद भी EPF ट्रांसफर करने के लिए अलग से अनुरोध करना पड़ता है। EPFO को हर साल EPF ट्रांसफर करने के करीब आठ लाख आवेदन मिलते हैं।

सरकार ने प्रोविडेंट फंड से पैसा निकालने और कितनी राशी जमा है इस बात की जानकारी के लिए नियमों को बेहद आसान कर दिया है। अब आप घर बैठे इसकी जानकारी ले सकते है। पीएफ की राशि जानने के कई आसान तरीके हैं। इनमें सबसे आसान है मिस कॉल कर जानना।

ऐसे चेक करें ईपीएफ बैलेंस और पासबुक ऑनलाइन

- ईपीएफओ ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर ईपीएफ बैलेंस चेक करने की सुविधा दी है। ई पासबुक का लिंक आपको वेबसाइट के ऊपरी दाएं हिस्से में मिल जाएगा।

- इसके बाद व्यक्ति को यूएएन नंबर और उसका पासवर्ड डालना होगा।

- वेबसाइट पर यूएएन नंबर और पासवर्ड डालने के बाद आपको व्यू पासबुक बटन पर क्लिक करना होगा और वहां आपको बैलेंस पता चल जाएगा।

ऐप के जरिए घर बैठे करे बैलेंस चेक

इसके अलावा पीएफ बैलेंस का पता ईपीएफओ की ऐप से भी लगा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले मेंबर पर क्लिक करें और उसके बाद यूएएन नंबर और पासवर्ड डालें।

मिस कॉल से पता करें पीएफ बैलेंस (PPF Balance)

अपना पीएफ बैलेंस के बारे में जानना है तो वह एक मिस कॉल कर के भी पता कर सकता है। ईपीएफओ ने बताया है कि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 011-22901406 पर मिस कॉल करनी होगी। इसके बाद मैसेज के जरिए पता चल जाएगा कि आपके अकाउंट में कितना पीएफ का बैलेंस है।

मिस्‍ड कॉल के तुरंत बाद ही एक मैसेज भी आपको मिलता है। यह मैसेज AM-EPFOHO की ओर से आता है। EPFO के द्वारा यह मैसेज भेजा जाता है। इस मैसेज में आपके अकाउंट की सारी जानकारी रहती है साथ ही कुछ और डिटेल जैसे कि: मेंबर आइडी, पीएफ नम्‍बर, नाम, जन्‍मतिथि, ईपीएफ बैलेंस, अंतिम योगदान। अगर आपकी कंपनी कोई प्राइवेट ट्रस्‍ट है तो आपको बैलेंस डिटेल नहीं मिलेगा। आपको अपनी कंपनी से इसके लिए संपर्क करना होगा।