नई दिल्ली। नोएडा में पुलिस ने एक ऐसी रेव पार्टी का भंडाफोड़ किया है, जिसमें न केवल विदेशी लड़कियों का जमावड़ा था, बल्कि नशे के लिए जहरीले सांपों के जहर का इस्तेमाल किया जा रहा था। इस मामले में नोएडा पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें बिगबॉस विनर और फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव का भी नाम सामने आया है। इस मामले में एल्विश यादव बुरी तरह फंस चुके हैं। भाजपा सांसद मेनका गांधी ने एल्विश यादव की गिरफ्तारी की मांग की है और कहा कि यह आदमी टीआरपी बढ़ाने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। नोएडा पुलिस ने छापेमारी कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एल्विश अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
भाजपा सांसद मेनका गांधी के इस बयान पर एल्विश यादव ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। एल्विश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया, “ऐसे लोगों को ऐसे पोस्ट पर बैठे देखकर हैरान हूं। जिस हिसाब से इल्जाम लगाया है मैडम ने हमसे हिसाब की माफी भी तैयार रखिए।” एल्विश यादव पर मेनका गांधी ने कहा, “ये जो बंदा है इस पर हमारी नजर पहले से है। ये जो रिकॉर्ड करता है, उसमें ये सारे सांप पहनता है। इन सांपों को पहनना कानून जुर्म है और ये सांपों को बेचता भी था। ये आदमी टीआरपी बढ़ाने के लिए कुछ भी करने को तैयार था। उसकी गिरफ्तारी तुरंत होनी चाहिए।”
कहा- ऐसे लोकसभा का टिकट मिलता हैएल्विश यादव ने मेनका गांधी पर तंज भी कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, ‘इस्कॉन पर इल्जाम लगा दो, मुझ पर लगा दो, ऐसे लोकसभा का टिकट मिलता है?’ दरअसल, मेनका गांधी ने हाल ही में कहा था कि इस्कॉन अपनी गौशालाओं में पाली जाने वाली गायों को कसाइयों को बेचता है। इसके बाद इस्कॉन की तरफ से भाजपा सांसद को 100 करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस भी भेजा गया था।
क्या है मामला?दरअसल, नोएडा पुलिस ने रेव पार्टी में सांप के जहर के कथित इस्तेमाल के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और इस मामले में बिग बॉस ओटीटी सीजन-2 के विजेता एल्विश यादव के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के कब्जे से नौ सांपों को बचाया गया। ये लोग गुरुवार को रेव पार्टी के लिए सेक्टर-51 के एक बैंक्वेट हॉल में इकट्ठे हुए थे। पुलिस ने बताया कि सेक्टर-51 के एक बैंक्वेट हॉल में सांप के जहर के साथ रेव पार्टी करने के मामले में यादव सहित छह अन्य लोगों के खिलाफ ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ (पीएफए) की शिकायत के बाद वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों और आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया गया। बताया गया है कि रेव पार्टी पीएफए द्वारा बिछाया गया जाल थी। यह एनजीओ मेनका गांधी का है, जो जानवरों के लिए काम करता है।