छत्तीसगढ़ : हाथियों के उत्पात ने ली पति-पत्नी और बच्चे की जान, फसलों को भी पहुंचाया नुकसान

छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में हाथियों का उत्पात जानलेवा साबित हुआ जिसमें स्कूटी सवार पति-पत्नी और उनके बच्चे की जान चली गई। हाथियों के हमले की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। इसके बाद हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ दिया गया। हाथियों की दहशत से ग्रामीण रात भर आग जलाकर बैठे रहे। मृतक के परिजनों को गुरुवार को 75 हजार की आर्थिक मदद करने का एलान किया गया तथा वन अमला निगरानी में जुटा हुआ है। लोगों की भीड़ हाथियों को और उग्र कर रही है। बताया जा रहा है कि 8 हाथियों का दल था, जो क्षेत्र में कई दिनों से उत्पात मचा रहा है।

दरअसल, कुन्नी के रहने वाले गौतम दास (30) अपनी पत्नी रीना दास (28) और 4 साल के बेटे युवराज के साथ स्कूटी से उदयपुर गए थे। वहां माइक्रोफाइनेंस कंपनी से 30 हजार रुपए निकालने के बाद तीनों बुधवार रात गांव लौट रहे थे। इसी दौरान अलकापुरी से मोहनपुर चौक के पास रास्ते मे खड़े हाथियों ने स्कूटी सवार परिवार पर हमला कर दिया। हाथियों ने महिला व बच्चे को उछालकर दूर फेंक दिया और गौतम को कुचल दिया। एक साथ तीन लोगों के शव देखकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। हालांकि, जिला पंचायत सदस्य राजनाथ सिंह ने लोगों को समझाइश दी और हाथियों से दूर रहने की सलाह दी है।

हाथियों का दल कच्चे मकान और फसलों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। अंबिकापुर जिले के सैकड़ों गांवों में हाथियों ने मकानों और फसलों को नुकसान पहुंचाया है। हाथियों ने कई एकड़ फसलों को चट कर दिया है। दहशत के चलते ग्रामीण रतजगा करके समय निकाल रहे हैं। बड़ी संख्या में हाथियों के गांव के पास होने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।