अफगानिस्‍तान में भूकंप ने मचाई भीषण तबाही, 250 से ज्‍यादा लोगों की मौत

अफगानिस्तान में सुबह-सुबह आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। खबर है कि 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी गई थी। अमेरिकी जिओलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक इस भूकंप का केंद्र दक्षिणी पूर्वी अफगानिस्‍तान के खोस्‍त शहर से 44 किमी दूर था। भूकंप के ये झटके पाकिस्तान में भी महसूस किये गए थे। पाकिस्‍तानी समयानुसार सुबह 1:54 मिनट पर यह भूकंप आया था। पाकिस्‍तान में पेशावर, इस्‍लामाबाद, लाहौर और पंजाब तथा खैबर पख्‍तूनख्‍वा प्रांत के अन्‍य हिस्‍सों और भारत तक इस जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए। सोशल मीडिया पर भी लोग भूकंप की बातें कर रहे हैं। लोगों ने लिखा कि भूकंप के ये झटके कुछ सेकेंड तक महसूस हुए थे। लेकिन इसकी वजह से लोग डरकर इधर-उधर भागने लगे थे।

अफगानिस्‍तान की न्‍यूज एजेंसी बख्‍तार ने इस भारी तबाही की सूचना दी है। एजेंसी ने बताया कि बचावकर्मी हेलिकॉप्‍टर से इलाके में पहुंच गए हैं। तालिबान सरकार के उप प्रवक्‍ता बिलाल करीमी ने कहा, 'पाकटीका प्रांत में 4 जिलों में भीषण भूकंप आया है। इसमें सैकडों की तादाद में लोग मारे गए हैं और दर्जनों घर तबाह हो गए हैं। हम सभी सहायता देने वाली एजेंसियों से अनुरोध करते हैं कि वे अपने दल को इलाके में भेजें ताकि और ज्‍यादा विनाश से बचा जा सके।'

अफगान मीडिया के मुताबिक खोस्‍त में भारी तबाही की तस्‍वीरें सामने आ रही हैं। पाकिस्‍तान में भी खैबर पख्‍तूनख्‍वा प्रांत में एक व्‍यक्ति के मारे जाने की खबर है। अफगान इलाकों से आ रही तस्‍वीरों में दिख रहा है कि भूकंप की वजह कई इलाके बर्बाद हो गए हैं। यूरोपीय भूकंप केंद्र का अनुमान है कि इसके झटके करीब 500 किलोमीटर के इलाके में महसूस किए गए। बता दे, इससे पहले पिछले शुक्रवार को पाकिस्‍तान के कई शहरों में रिक्‍टर पैमाने पर 5 की तीव्रता वाला भूकंप आया था।

भूकंप क्यों आता है?

भूकंप आने के पीछे क्या वजह होती है यह भी जान लीजिए। दरअसल, धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूमती हैं। ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।