मोदी सरकार के इस फैसलें से आप भी कमाएं, मात्र 50,000 रुपये का निवेश करके, जाने कैसे

टोल प्लाजा (Toll Plaza) पर लंबी भीड़ को कम करने, समय और ईंधन की बचत के लिए केन्द्र सरकार ने अगले माह यानी 1 दिसंबर से देशभर के नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा से गुजरने वाली वाहनों पर फास्टैग (Fastag) लगाना अनिवार्य कर दिया है। सरकार के इस फैसले से आप अपनी कमाई कर सकते है। वो भी मात्र 50,000 रुपये का निवेश करके। आपक फास्टैग बेचने का काम शुरू कर सकते है। इसके लिए कोई भी भारतीय नागरिक आवेदन कर सकता है जिसे मार्केट में काम करने का अनुभव हो। हालांकि, उन लोगों को खास व​रीयता दी जाएगी जो वर्तमान में आरटीओ एजेंट, कार डीलर, कार डेकोर, ट्रांसपोटर्स, पीयूस सेंटर, फ्यूलिंग स्टेशन, इन्श्योरेंस एजेंट प्वाइंट ऑफ सेल एजेंट के तौर पर काम करते हैं। देशभर के हाईवे पर चलने वाली 4 पहिया या उससे अधिक पहिये वाले वाहनों को फास्टैग लगाना अनिवार्य है। ऐसे में आप उन वाहनों को फास्टैग बेच सकते हैं। फास्टैग के लिए प्वाइंट ऑफ सेल एजेंट बनने के लिए आपको मात्र 3 चीजों की ही जरूरत होगी। सबसे पहले तो आपको कम्प्यूटर के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी हो। आपको कम से कम 1 लैपटॉप या डेस्कटॉप, प्रिंटर और बायोमेट्रिक डिवाइस होना चाहिए। साथ में आपके पास क्षमता हो कि आप कम से कम 50,000 रुपये का निवेश कर सकें।

क्या होता है फास्टैग?

फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन तकनीक है जो वाहन के विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है और इसमें रेडियो फ्रिकवेंसी आईडेंटिफिकेशन (RFID) लगा होता है। जैसे ही आप की गाड़ी टोल प्लाजा के पास आती है, तो टोल प्लाजा पर लगा सेंसर आपके वाहन के विंड स्क्रीन में लगे फास्टैग के संपर्क में आते ही आपके फास्टटैग अकाउंट से उस टोल प्लाजा पर लगने वाला शुल्क काट देता है और आप बिना वहां रुके अपना टोल टेक्स का भुगतान कर देते हैं । वाहन में लगा यह टैग, आपके प्रीपेड खाते से जुड़ा होता है। वहीं जब आपके फास्टैग अकाउंट की राशि खत्म हो जाएगी, तो आपको उसे फिर से रिचार्ज करवाना पड़ेगा। फास्टैग की वैधता 5 साल की होगी यानी 5 साल के बाद आपको नया फास्टैग अपनी गाड़ी पर लगवाना होगा।