ट्रंप ने प्रदूषण के लिए भारत, चीन और रूस को ठहराया जिम्मेदार, कहा - इनकों समझ नहीं है

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत, चीन और रूस में औसत वायु प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक है। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन तीनों देशों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन देशों में प्रदूषण और स्वच्छता की भावना नहीं है। ट्रंप ने बुधवार को कहा, चीन, भारत, रूस और कई अन्य देशों की हवा साफ नहीं है, प्रदूषण और स्वच्छता के लिहाज से बहुत अच्छा पानी नहीं है। वे अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं। ट्रंप ने कहा कि प्रिंस चार्ल्स ने उनके अंदर जलवायु परिवतर्न से लड़ने की भावना जगाई थी और वह भी एक ऐसी दुनिया चाहते हैं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छी हो।

बता दे, कार्बन उत्सर्जन के मामले में अमेरिका शीर्ष देशों में से एक है। रोहडियम समूह द्वारा जनवरी में जारी एक व्यापक रिपोर्ट में पाया गया कि 2018 में अमेरिका का कार्बन उत्सर्जन 3.4% बढ़ गया है। यह पिछले आठ सालों में सबसे अधिक वृद्धि थी।

गौरतलब है कि अमेरिका राष्ट्रपति ने पेरिस जलवायु करार से अपने देश को बाहर निकाल लिया है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी तीन दिवसीय राजकीय यात्रा के दौरान सोमवार को जब उन्होंने बकिंघम पैलेस में प्रिंस चार्ल्स के साथ चाय पर मुलाकात की तो वे पर्यावरण के लिए उनकी प्रतिबद्धता से प्रभावित थे।

ट्रंप ने बुधवार को प्रसारित एक इंटरव्यू में कहा कि चार्ल्स ने इस दौरान अधिकतर जलवायु को लेकर ही बातचीत की। ट्रंप ने कहा, वे एक ऐसी दुनिया चाहते हैं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छी हो, मैं भी यहीं चाहता हूं।