दिल्ली में हिंसा को लेकर सोनिया गांधी ने शाह-केजरीवाल से पूछे ये 5 सवाल

दिल्ली हिंसा पर पिछले दिनों बिगड़ी स्थिति के बाद आज बुधवार को कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि इन हादसों के पीछे एक सोचा समझा षड़यंत्र है, जिसे दिल्ली चुनाव के दौरान भी देखा गया। भाजपा नेता डर और नफरत फैलाने वाले बयान दे रहे हैं। पिछले रविवार को भी एक भाजपा नेता ने ऐसा ही भड़काऊ बयान दिया था। उसने दिल्ली पुलिस को कहा था कि 3 दिन बीतने के बाद हमें कुछ नहीं कहना।' सोनिया गांधी ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार द्वारा कोई कार्रवाई ना करने की वजह से 20 से अधिक लोग मारे गए। दिल्ली पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल की भी मौत हो गई। एक पत्रकार समेत सैकड़ों लोग अस्ताल में भर्ती हैं। कांग्रेस की ये समिति सब परिवारों के साथ अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती है, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खोया है। इस स्थिति को देखते हुए कांग्रेस समिति का मानना है कि दिल्ली में मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार खासतौर पर गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। दोनों सरकारों ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई, इसलिए राजधानी में ये स्थिति बनी।

सोनिया गांधी ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से 5 सवाल भी पूछे-

1- पिछले रविवार से देश के गृह मंत्री कहां थे और क्या कर रहे थे?

2- रविवार से दिल्ली के मुख्यमंत्री कहां थे और क्या कर रहे थे?

3- दिल्ली चुनाव के बाद इंटेलिजेंस एजेंसी के द्वारा क्या जानकारी दी गई और उन पर क्या कार्रवाई हुई?

4- रविवार की रात से कितनी पुलिस फोर्स दंगों वाले इलाकों में लगाई गई, जबकि ये साफ था कि दंगे और ज्यादा फैलने वाले हैं?

5- जब दिल्ली में हालात बेकाबू हो गए थे, पुलिस का कंट्रोल नहीं बचा था, तब तुरंत एक्शन की जरूरत थी। उस समय अतिरिक्त सुरक्षा फोर्स लगानी चाहिए थी, ताकि स्थिति पर काबू पाया जा सके। शांति कमेटी बनाई जानी चाहिए थी, ताकि कोई और ऐसी घटना ना हो। सीनीयर सिविल सर्वेंट हर जिले में लगाने चाहिए थे, ताकि स्थिति से निपटा जा सके। मुख्यमंत्री को प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों से बात करनी चाहिए थी। ऐसा क्यों नहीं हुआ?