दिल्ली में 'पॉल्यूशन इमरजेंसी' जैसे हालात, कंस्ट्रक्शन का काम ठप, नोएडा में स्कूल ऑनलाइन हुए

सर्दियां आते ही दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में हवा दमघोंटू होती जा रही है। घर से बाहर निकलने पर चारों तरफ धुआं-धुआं दिखाई दे रहा है। आलम ये है कि इस माहौल में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। आंखों में जलन और घुटन जैसी परेशानी महसूस हो रही है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। शुक्रवार को नोएडा (UP) में AQI 'गंभीर' श्रेणी के साथ ही 562 पर पहुंच गया है। वहीं, गुरुग्राम भी में AQI 539 हो गया है, जो कि 'गंभीर' श्रेणी में हैं। जबकि दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 472 तक जा पहुंचा है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली के IGI एयरपोर्ट स्टेशन पर सुबह 7 बजे के करीब AQI 453 दर्ज किया गया। आनंद विहार पर AQI 473 दर्ज किया गया, ITO स्टेशन पर AQI 444 दर्ज किया गया है। वहीं, गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्टेशन पर AQI 411 दर्ज किया गया है। नोएडा सेक्टर 125 के स्टेशन पर AQI 377 रिकॉर्ड हुआ। गुरग्राम के टेरी ग्राम स्टेशन पर AQI 493 दर्ज किया गया।

दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में गिरावट जारी है। इसके बाद दिल्ली में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-NCR में GRAP-4 को लागू करने के आदेश दे दिए हैं। कल शाम 4 बजे के करीब दिल्ली का 24 घंटे का औसत AQI 450 दर्ज किया गया था। बता दें, 400 से ऊपर AQI को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। इस श्रेणी में हवा सेहत पर काफी बुरा असर डाल सकती है।

दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद पाबंदियों का दौर शुरू हो गया है। नोएडा में जहां 1 से 8वीं तक क्लासेज ऑनलाइन मोड पर चलाई जाएंगी, वहीं दिल्ली में कंस्ट्रक्शन रोकने समेत कई प्रतिबंध लागू किए गए हैं।

दिल्ली में एयर क्वालिटी कमीशन ने लगाई ये पाबंदियां

- दिल्ली-एनसीआर में निर्माण और विकास के कामों पर रोक रहेगी। जैसे हाईवे, सड़कें, फ्लाईओवर, ओवर ब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन्स आदि का काम नहीं होगा।

- दिल्ली में जरूरी सामानों के अलावा डीजल ट्रकों की एंट्री पर रोक, सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रक चल सकेंगे।

- दिल्ली में मीडियम और बड़ी गाड़ियां नहीं चल सकेंगी। इसके साथ ही सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति करने वाली गाड़ियों का आवागमन में छूट रहेगी

- दिल्ली और राजधानी से लगते शहरों में BS-4 की डीजल गाड़ियों पर रोक रहेगी

- जो इंडस्ट्री क्लीन फ्यूल पर नहीं चल रही हैं, उन पर रोक लगा दी गई है। इसमें इमरजेंसी इंडस्ट्री जैसे दूध, डेयरी, दवाइयों व मेडिकल सामानों को छूट रहेगी

- हाईवे, सड़कों, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, पावर ट्रांसमिशन और पाइपलाइन जैसे बड़े प्रोजक्ट के निर्माण पर भी रोक

- सरकारी और प्राइवेट ऑफिस में 50% स्टाफ वर्क फ्रॉम होम रहेंगे (हालांकि यह राज्य सरकार पर निर्भर है)

- राज्य सरकार स्कूलों, कॉलेजों, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, गाड़ियों को ऑड-ईवन के आधार पर चलाने का फैसला कर सकते हैं।

नोएडा में ऑनलाइन मोड पर चलेंगी कक्षाएं

- नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सभी स्कूलों में 1 से 8वीं तक क्लासेज 8 नवंबर तक ऑनलाइन आधार पर चलाई जाएंगी।

- आदेश में कहा गया है कि सभी स्कूलों में खेल या मीटिंग जैसी एक्टिविटी पूरी तरह से बंद रहेंगी।

- गौतम बौद्ध नगर के जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) धर्मवीर सिंह द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 9 से 12वीं तक छात्रों की कक्षाएं भी ऑनलाइन चलाई जाएं।

बता दें कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है। जबकि इसके ऊपर खतरनाक स्थिति होती है, जिसमें सांस लेना मुश्किल है।