राजा रघुवंशी हत्याकांड: दोस्ती और वफादारी के लिए की गई हत्या, पैसे के लिए नहीं मानी सोनम की बात

इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस हत्या को अब तक पैसों के लिए की गई सुपारी किलिंग माना जा रहा था, लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया है कि राजा की हत्या दोस्ती और वफादारी के चलते की गई थी। सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा ने मिलकर यह साजिश रची थी, और राज के तीन करीबी दोस्तों ने बिना पैसे लिए इस साजिश को अंजाम दिया।

पैसों के लिए नहीं, वफादारी में की गई हत्या

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया है कि विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी नाम के तीनों युवक राज कुशवाहा के पुराने दोस्त हैं। इनमें से एक युवक राज का चचेरा भाई भी है। तीनों ने पैसों के लिए नहीं, बल्कि राज के साथ गहरे संबंध और वफादारी के कारण राजा की हत्या की। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि हत्या के लिए कोई सुपारी नहीं दी गई थी।

11 दिन पहले रची गई थी हत्या की साजिश

राजा रघुवंशी और सोनम की शादी से ठीक 11 दिन पहले ही सोनम और राज कुशवाहा ने हत्या की योजना बना ली थी। सोनम ने ही पहले राजा पर वार करने का इशारा दिया, जिसके बाद विशाल ने हमला किया और फिर बाकी दो युवकों ने भी राजा पर प्रहार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद शव को खाई में फेंकने में सोनम ने भी मदद की थी।

शव मिलने तक लापता थी सोनम, पुलिस को गुमराह करने की कोशिश


23 मई को सोनम और राजा हनीमून के लिए इंदौर से निकले थे, जिसके बाद वे लापता हो गए। 2 जून को मेघालय पुलिस को एक खाई से राजा का क्षत-विक्षत शव मिला। शुरू में पुलिस को सोनम भी गायब मिली, लेकिन जांच के दौरान उसके कॉल डिटेल्स और लोकेशन से पूरा मामला खुलने लगा। सोनम की बातचीत राज कुशवाहा से लगातार हो रही थी, जिससे शक और गहरा गया।

हत्या के बाद इंदौर लौट आई थी सोनम

हत्या के बाद सोनम ने मेघालय से रूट बदलकर इंदौर की ओर रुख किया और वहां एक सीक्रेट फ्लैट में छिपी रही। 7 जून तक वह छिपकर रही, लेकिन जब उसे लगा कि पुलिस उसके करीब पहुंच चुकी है, तो गाजीपुरे के एक ढाबे से अपने परिवार को फोन किया और अपनी लोकेशन बताई। इसके बाद सोनम के भाई और ढाबे के मालिक ने पुलिस को सूचित किया, जिसने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया।

झूठी किडनैपिंग की कहानी भी गढ़ी


पुलिस गिरफ्त में आने के बाद सोनम ने खुद को निर्दोष साबित करने के लिए शुरुआत में अपहरण की झूठी कहानी सुनाई। उसने कहा कि उसे अगवा किया गया था, लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद वह टूट गई और उसने पूरा सच उगल दिया।

राजा रघुवंशी हत्याकांड एक बार फिर यह दिखाता है कि निजी रिश्तों की जटिलताएं किस हद तक जा सकती हैं। एक प्रेम-संबंध और वफादारी के नाम पर तीन युवकों ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक निर्दोष युवक की जान ले ली। इस केस में पुलिस की गहराई से की गई जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर एक-एक कर सारे पर्दे हटते जा रहे हैं। अब पुलिस अदालत में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।