राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर गंभीर रूप धारण कर लिया है। ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, जिससे शहर में धुंध की मोटी चादर छा गई है और लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है। आनंद विहार में AQI 481 तक दर्ज किया गया, जबकि नेहरू नगर, अलीपुर, जहाँगीरपुरी और रोहिणी जैसे इलाकों में भी स्थिति गंभीर बनी हुई है। विशेषज्ञों ने हवा की गति में कमी को प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण बताया है और अगले दो दिनों तक स्थिति में सुधार की संभावना नहीं जताई है।
दिल्ली के 35 में से 28 निगरानी केंद्रों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई, जबकि कई स्थानों पर AQI 450 के पार ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया। बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए राजधानी में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP-4) लागू कर दिया गया है। इसके तहत गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध, सार्वजनिक निर्माण कार्यों पर रोक और स्कूलों में कक्षा 10वीं व 12वीं को छोड़कर अन्य सभी कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में पढ़ाने जैसे सख्त कदम उठाए गए हैं।
इस बीच, मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का कोई योगदान नहीं है, क्योंकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम समाप्त हो चुका है। फिलहाल, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने सीमावर्ती इलाकों में वाहनों की जांच तेज कर दी है और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।