गणतंत्र दिवस 2019 - गणतंत्र दिवस की सुरक्षा चाक-चौबंद, दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फ़ोर्स पर होगी इसकी जिम्मेदारी

देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड का नजारा देखने और इस गौरवपूर्ण दिन को सहर्ष मनाने के लिए राजपथ पर देश के बड़े नामचीन सख्सियत के साथ आम जनता भी जमा होती हैं। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या होती है सुरक्षा के चाक-चौबंद करने की जिसकी जिम्मेदारी इस बार दिल्ली पुलिस के 35 हजार जवान और पैरामिलिट्री फ़ोर्स की 48 कंपनियों पर हैं। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में स्वदेशी और विदेशी तोप K-9 वज्र और M-777 होवित्जर तोप भी नजर आएंगी और इसी के साथ देश की पहली महिला स्वाट कमांडो के नजर आने की भी संभावना हैं।

ऐसा पहली बार होगा जब परेड इंडिया गेट अमर जवान ज्योति से होते हुए नहीं निकलेगी। पुलिस अफसरों ने बताया कि रूट में फेरबदल की वजह है, इंडिया गेट पर नैशनल वॉर मेमोरियल। राजपथ से निकलने के बाद परेड सीधे अमर जवान ज्योति की ओर अंदर जाने की बजाए बाहर से ही सी-हैक्सागन मार्ग पर मुड़ जाएंगी। उसके बाद तिलक मार्ग से होते हुए पुराने रूट से लाल किला पहुंचेगी। वहीं, एनएसजी से ट्रेंड देश की पहली महिला स्वात कमांडो परेड में नजर आ सकती हैं। अगर स्वात कमांडो परेड में नहीं उतारी गईं, तो उन्हें सलामी स्थल के पास सुरक्षा घेरे में तैनात किया जाएगा।

अफसरों के मुताबिक, दिल्ली और यूपी से संदिग्ध आतंकियों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां इस बार ज्यादा अलर्ट हैं। दिल्ली पुलिस ने पड़ोसी राज्यों की पुलिस के साथ इंटरनल इंटेलिजेंस कोर्डिनेशन कोर बनाया है। सूत्रों की मानें तो काफी समय से जैश और लश्कर के आतंकी तो साजिश रच ही रहे हैं, अब खतरा ऐसे स्लीपर मॉड्यूल से ज्यादा है, जो तबाही का मंसूबा बना रहे हैं। ये गणतंत्र दिवस के आसपास बड़ी गड़बड़ी फैला सकते हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां परेड स्थल और बाकी वीवीआईपी रूट मैप पर सुरक्षा रिहर्सल और मॉकड्रिल कर रही हैं। इस बार परेड में चीफ गेस्ट दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा हैं।

नई दिल्ली, नॉर्थ व सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में ही 4000 रूफ टॉप सुरक्षा को लेकर चिह्नित किए गए हैं। समारोह में आने वालों को स्पेशल वीइकल चेक्ड स्टीकर दिए जाएंगे। इंडिया गेट के तीन किलोमीटर के दायरे में विशेष गश्ती दल होंगे। इस हफ्ते डमी काफिला बनाकर समारोह स्थल तक पहुंचने की टाइमिंग, स्पीड और सुरक्षा जायजा परखा जाएगा। एनएसजी कमांडो के साथ दिल्ली पुलिस के करीब 25 हजार जवान समारोह स्थल के आसपास सुरक्षा संभालेंगे। अब तक 10 हजार सीसीटीवी कैमरे परेड रूट और उसके आसपास सेट किए जा चुके हैं। परेड रूट पर पड़ने वाले सभी सीवरों को गणतंत्र दिवस से 3 दिन पहले सील कर दिया जाएगा। पुलिस होटल्स में सीसीटीवी कैमरों की मूवमेंट, रिकॉर्डिंग, उनके रखरखाव, फुटेज का डेटा की चेकिंग कर रही है। पुलिस की पब्लिक से भी अपील है कि संदिग्ध शख्स या सामान की सूचना फौरन 100 नंबर या 1090 पर दें।