दिल्ली में कोरोना का तांडव, शवों के अंतिम संस्कार के लिए करना पड़ रहा घंटों इंतजार

दिल्ली में कोरोना के बढ़ते कदम थमने का नाम नहीं ले रहे। दिल्ली में कोरोना से मौत का आंकड़ा 8 हजार को पार कर गया। पिछले 24 घंटे में 98 लोगों की मौत के साथ ही मौत का आंकड़ा 8 हजार को पार कर गया और अब यह संख्या 8,041 तक पहुंच गई है। कल बुधवार को दिल्ली में 131 लोगों की मौत हुई थी और यह राजधानी में एक दिन में कोरोना से होने वाली मौत के मामलों का नया रिकॉर्ड भी है। इससे पहले दिल्ली सरकार की 12 नवंबर को जारी हेल्थ बुलेटिन में 24 घंटे में 104 लोगों की मौत हुई थी।

शवों को जलाने के लिए घंटों इंतजार

दिल्ली में कोरोना ने अब खतरनाक रूप ले लिया है और मौत के आंकड़े हर दिन तेजी से बढ़ रहे हैं। हालात ये हैं कि शवों को जलाने के लिए 3 से 4 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है। निगमबोध घाट पर शव का अंतिम संस्कार कराने पहुंचे लोगों को काफी इंतजार करना पड़ रहा है। गुरुवार को एक शख्स ने बताया कि वह 10 बजे निगमबोध घाट पर पहुंचे थे लेकिन यहां आने पर पता चला कि पहले से 5 एंबुलेंस यहां पर मौजूद हैं। शख्स ने बताया कि उन्हें दोपहर 3 बजे का वेटिंग नंबर दिया गया।

निगमबोध घाट पर बढ़ती शवों की संख्या पर मेयर जय प्रकाश ने कहा कि घाट पर शवों को जलाने के लिए 104 प्लेटफार्म हैं। इनमें से 50 को कोविड के लिए रिजर्व में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोविड के लिए यहां पर सीएनजी के प्लेटफार्म हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना से होने वाली मौत के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए 16 वुडेन प्लेफॉर्म लिए गए हैं।

9 दिनों में 167 Covid शवों का अंतिम संस्कार

निगमबोध घाट के सुरपरवाइजर अवधेश शर्मा ने बताया कि शमशान घाट पर जुलाई में शवों का आना कम था लेकिन अगस्त में संख्या काफी बढ़ गई। इसके बाद सितंबर में यहां पर शवों का पहुंचना काफी कम हो गया लेकिन अ​क्टूबर के आखिर से अब तक यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि यहां पर पहले हर दिन 18 से 20 शवों को लाए जा रहे थे लेकिन पिछले तीन दिनों से तो ये बढ़कर 25-26 हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास जो आंकड़े हैं उसके मुताबिक पिछले नौ दिनों में निगमबोध घाट पर कुल 167 Covid शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है।