किसानों का आज ट्रैक्टर मार्च, ट्रैफिक को लेकर दिल्ली पुलिस ने जारी की एडवाइज़री

केंद्र सरकार की ओर से लाए गए 3 कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर सरकार और किसानों के बीच गतिरोध का आज 43वां दिन है। किसान दिल्‍ली की सीमाओं पर डटकर आंदोलन कर रहे है। उनकी मांग है कि ये कानून वापस लिए जाएं। सरकार से उनकी 8 दौर की वार्ता असफल रह चुकी है। 8 जनवरी को किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बातचीत तय है, लेकिन इससे पहले आज किसान बड़ा प्रदर्शन करने वाले हैं। अगर 8 जनवरी की बैठक से हल नहीं निकला तो 9 जनवरी को कृषि कानून की कॉपी जलाने की तैयारी है। साथ ही 9 जनवरी से ही हरियाणा में किसान संगठन घर-घर जाकर लोगों से संपर्क शुरु करेंगे और 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की चेतावनी दी गई है। आज का मार्च उसी का ट्रेलर होगा। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से 10 महिलाओं को 26 जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है।

इससे पहले सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन के रूप में ट्रैक्‍टर रैली निकालेंगे। जानकारी के अनुसार गुरुवार को किसान सुबह 11 बजे दिल्‍ली के सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और हरियाणा-राजस्‍थान सीमा के शाहजहांपुर से कुंडली-मानेसर-पलवल एक्‍सप्रेस वे के लिए ट्रैक्‍टर रैली आयोजित करेंगे।

दिल्ली पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइज़री

संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर से पलवल तक किसानों द्वारा गुरुवार को निकाली जाने वाली ट्रैक्टर यात्रा को देखते हुए आम यात्रियों के लिए ईस्टर्न पेरिफेरल पर मार्ग परिवर्तन किया गया है। यह जानकारी पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रवक्ता ने दी।

पुलिस ने बताया कि इस दौरान गौतमबुद्ध नगर के बील अकबरपुर और सिरसा कट से पलवल की तरफ जाने वाले वाहन दोपहर 12 बजे से दिन के अपराह्न तीन बजे तक पेरीफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे। इनको डाइवर्ट किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि इसी प्रकार सिरसा कट और बील अकबरपुर से सोनीपत की तरफ जाने वाले वाहन दोपहर दो बजे से पांच बजे तक ईस्टर्न पेरीफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे। उन्हें डाइवर्ट किया जाएगा।

जोरदार प्लानिंग के साथ निकलेगा ट्रैक्टर मार्च

आज अन्नदाता अपने ट्रैक्टर पर सवार होंगे और देश की राजधानी के चारों ओर बने पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे। ट्रैक्टर मार्च के लिए किसानों ने जोरदार प्लानिंग और तैयारी की है। सुबह 11 बजे चार जत्थे एक साथ अलग-अलग स्थानों से रवाना होंगे। पहला जत्था सिंधु बॉर्डर से टिकरी बॉर्डर की तरफ जाएगा। इस जत्थे की शुरुआत कुंडली में केएमपी के एंट्री पॉइंट पर होगी। दूसरा जत्था टिकरी बॉर्डर से कुंडली की तरफ जाएगा जिसकी शुरुआत सांपला में केएमपी का एंट्री पॉइंट होगा। पहला और दूसरा जत्था सांपला और कुंडली के मिड प्वाइंट को छूकर वापस अपने शुरुआती बिंदु पर पहुंच जाएंगे।

तीसरा जत्था गाजीपुर से पलवल की तरफ जाएगा, जिसकी शुरुआत डासना में केएमपी के एंट्री पॉइंट पर होगी। चौथा जत्था रेवासन से पलवल की तरफ जाएगा जिसकी शुरुआत रेवासन में केएमपी के एंट्री पॉइंट पर होगी। ये दोनो जत्थे पलवल से अपने प्रस्थान बिंदु पर वापिस आ जाएंगे। पांचवा जत्था ढासा बॉर्डर से मानेसर तक जाएगा और फिर अपनी शुरुआत बिंदु पर लौटेगा।