दिल्ली : इस्तीफे के सवाल पर बोले मनोज तिवारी - 'अगर ऐसा हुआ तो मैं...'

पिछले साल लोकसभा चुनाव और 2017 के निकाय चुनाव में दिल्ली भाजपा का नेतृत्व कर जीत दिलाने वाले मनोज तिवारी अग्निपरीक्षा में सफल नहीं हो पाए और उनकी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। पार्टी के खराब प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी लेते मंगलवार को मनोज तिवारी ने कहा कि भविष्य में पार्टी में उनकी भूमिका पार्टी का आतंरिक मामला है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा को मिली हार के बाद इस्तीफा देंगे, तिवारी ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। अगर ऐसा कुछ होता है तो मैं आपको इसकी सूचना दूंगा।

विधानसभा चुनाव में जिन 8 सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है उनमें से 3 तिवारी की लोकसभा सीट उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत आती हैं। भाजपा ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली 4 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली एक विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है। पूर्वी दिल्ली सीट से गौतम गंभीर सांसद हैं और दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी लोकसभा सदस्य हैं।

दिल्ली की प्रत्येक लोकसभा सीट में 10 विधानसभा क्षेत्र होते हैं। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है और तिवारी अध्यक्ष पद पर यह अवधि पूरी कर चुके हैं और उनका कार्यकाल विस्तारित कर दिया गया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि तिवारी की जगह किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है और उन्हें केंद्र सरकार या पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी दी जा सकती है।

बता दे, दिल्ली में आम आदमी पार्टी एक बार फिर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही हैअरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार दिल्ली के सीएम बनेंगे। केजरीवाल सुबह 11 बजे दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात करेंगे। उसके बाद 11:30 बजे विधायकों के साथ एक बैठक करेंगे। दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की है। आम आदमी पार्टी की इस शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, एनसीपी नेता शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और द्रमुक के एम.के. स्टालिन समेत अन्य नेताओं ने केजरीवाल को बधाई दी।