निर्भया गैंगरेप : दोषियों की फांसी का तख्त तैयार, डमी के साथ हुआ ट्रायल

तिहाड़ जेल में बंद निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले मामले में हालाकि अभी तक तिहाड़ जेल प्रशासन के पास कोई अंतिम लेटर नहीं आया है लेकिन खबर है कि चारों दोषियों को 16 दिसंबर को फांसी दी जा सकती है। जिसकी तैयारी भी शुरू हो गई है। इन चारों आरोपियों में से अधिकतम वजन वाले कैदी के वजन के हिसाब से एक डमी को फांसी देकर देखा गया। डमी में 100 किलो बालू-रेत भरी गई थी। डमी को एक घंटे तक फांसी के तख्ते पर लटकाए रखा गया। इसके पीछे का मकसद यह देखना था कि अगर दोषियों को फांसी दी जाती है तो क्या फांसी देने वाले वह स्पेशल रस्सी इनके वजन से टूट तो नहीं जाएगी। दरअसल, जब संसद हमले के दोषी आतंकवादी अफजल को 9 फरवरी, 2013 पर लटकाया गया था। तब उससे पहले भी इसी तरह का ट्रायल किया था लेकिन उस दौरान डमी के वजन से रस्सी टूट गई थी। इस बार मामला चार कैदियों का है। इसी वजह से जेल प्रशासन फांसी देते वक्त कोई चांस नहीं लेना चाहता।

बक्सर से मंगाई गई है रस्सी

वही खबर है कि इन चारों आरोपियों को फांसी देने के लिए बक्सर से रस्सी मंगाई जा रही है। इस पर तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हमारे पास पांच रस्सी अभी भी हैं। लेकिन हम बक्सर प्रशासन से संपर्क कर रहे हैं। वहां से फांसी देने वाली स्पेशल 11 रस्सी मंगाए जाने की बात है। इन्हें जल्द मंगा लिया जाएगा। क्योंकि अगर इन चारों को फांसी दी जाती है तो तिहाड़ जेल के पास जो पांच रस्सियां हैं। वह कम पड़ जाएंगी। इनमें से एक-दो रस्सी से ट्रायल भी किया जाना है।

बता दे, निर्भया के चार दोषियों में से एक पवन को मंडोली की जेल नंबर-14 से तिहाड़ की जेल नंबर-2 में शिफ्ट कर दिया गया है। जब पवन को मंडोली से तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था। एक बार को उसे लगा था कि यह उसकी आखिरी रात है। इसी जेल में निर्भया के चार दोषियों में से दो अक्षय और मुकेश भी बंद हैं। जबकि विनय शर्मा जेल नंबर-4 में कैद है। अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों तिहाड़ जेल में हर ओर निर्भया के दोषियों को ही फांसी पर लटकाने की बातें होती रहती हैं। इससे यह भी अब डरने लगे हैं। जेल प्रशासन का कहना है कि रोहिणी, मंडोली और तिहाड़ में से तिहाड़ की जेल नंबर-3 में ही फांसी का तख्ता है। उस पर उग रहे घास-फूस को साफ कर दिया गया है।