भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को एक विशेष बुलेटिन जारी करते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र तीव्र होकर चक्रवाती तूफान 'तितली' में बदल गया है और ओडिशा-आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा है। ओडिशा सरकार ने गुरुवार को चक्रवाती तूफान तितली के मद्देनजर जिला अधिकारियों को तैयार रहने और जान माल की हानि से बचने के लिए कहा है। तूफान के 11 अक्टूबर को ओडिशा तट से गुजरने की आशंका है। भारतीय मौसम विज्ञान-विभाग(आईएफडी) के अनुसार, 'बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटे में चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा और 11 अक्टूबर को सुबह गोपालपुर और कलिंगपत्तनम के बीच ओडिशा और उत्तर आंध्रप्रदेश के तट को पार करेगा।' मौसम की स्थिति को देखते हुए ओडिशा सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का निर्देश दे दिया है। मौसम विभाग ने कहा कि बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती तूफान पिछले छह घंटे में आठ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा। आईएमडी के मुताबिक तितली ओडिशा में गोपालपुर से करीब 530 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में और आंध्र प्रदेश में कलिंगपट्नम से 480 किलोमीटर पूर्व- दक्षिण पूर्व में है। भुवनेश्वर में मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर विश्वास ने कहा, ‘‘अगले 24 घंटे में यह तीव्र चक्रवाती तूफान में बदल सकता है और कुछ समय के लिए पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है। जिसके बाद यह उत्तर पश्चिम की ओर बढ़कर 11 अक्टूबर को सुबह के आसपास गोपालपुर तथा कलिंगपट्नम के बीच ओडिशा और उससे लगे उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों को पार कर सकता है।’’
उन्होंने कहा कि इसके बाद यह उत्तर पूर्व की ओर जा सकता है और तटीय ओडिशा से पश्चिम बंगाल के गंगा क्षेत्र से गुजरते हुए धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। इसके प्रभाव में दक्षिण तटीय ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के कुछ स्थानों पर बुधवार से भारी बारिश हो सकती है। इनके अलावा बुधवार और गुरूवार से गंजाम, गजपति, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, खुर्दा, नयागढ़, कटक, जाजपुर, भद्रक और बालासोर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी ने 11 अक्टूबर से कंधमाल, बौध तथा ढेंकानाल जिले में भी भारी से अत्यंत भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। बारिश के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। ओडिशा सरकार को भी संभावित बाढ़ के हालात के मद्देनजर सतर्क कर दिया गया है।