ओडिशा तट से टकराया 'फानी', 170 से 200 km/hr की रफ्तार से चल रही हवाएं, हटाए गए 11 लाख लोग, तूफान से घबराएं नहीं इन 6 बातों का रखें ध्यान

चक्रवात 'फानी' ओडिशा तट से टकरा गया है। इस वक्त ये तूफ़ान पुरी से 80 किमी और गोपालपुर से 65 किमी दूर है, ओडिशा के पुरी समेत कई इलाकों में 170 से 200 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही है। तेज़ हवाओं के साथ हल्की बारिश भी हो रही है। गंभीर नुक़सान की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन की टीमें हाई अलर्ट पर हैं। नेवी की टीम भी ओडिशा पहुंच गई है। फानी की वजह से ओडिशा के अनुमानित तौर पर 10,000 गांव और 52 शहर प्रभावित है। ऐसे में इलाके से करीब 11 लाख लोगों को हटा लिया गया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इनके रहने के लिए 5000 शेल्टर होम तैयार किए गए हैं। हालात को देखते हुए रात 1 बजे से भुवनेश्वर एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है। 100 से ज़्यादा ट्रेनें रद्द हैं। राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज और दफ़्तरों को बंद रखा गया है, लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी फानी तूफ़ान की वजह से अलर्ट है। ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट को आधी रात और पश्चिम बंगाल के कोलकाता एयरपोर्ट को रात साढ़े नौ बजे से बंद कर दिया गया। भुवनेश्वर एयरपोर्ट 24 घंटे तक बंद रहेगा, जबकि कोलकाता एयरपोर्ट शुक्रवार शाम 6 बजे तक बंद रहेगा। वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में भी इसका पड़ने की आशंका है। किसानों की सलाह दी गई है कि वह अपनी फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें 3 मई को 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार से हवा और बारिश हो सकती है।

- जहां तक हो सके घर से बाहर निकलें। घर में सभी जरूरी सामान टॉर्च, रस्सी, जरूरी दवाइयां और पीने का पानी अपने साथ रखें।

- खाने-पीने की जरूरी चीजों को एक जगह सुरक्षित रख लें क्योंकि हो सकता है तूफान के बाद कुछ घंटों तक आवाजाही बंद रहे।

- अगर के बाहर हैं तो मौसम खराब होने पर किसी पक्के मकान में शरण लें और जब तक मौसम पूरी तरह से ठीक न हो जाए न निकलें।

- मौसम खराब होने पर पेड, बिजली के खंबे के पास बिलकुल न खड़े हों।

- अगर आप कार ड्राइव कर रहे हैं तो कोशिश करें किसी सुरक्षित स्थान में जाएं। पुल पर बिलकुल न रुकें और कार के सभी शीशे खोल दें।

- घर में बिजली के सभी उपकरण स्विच ऑफ कर दें और आग बिलकुल न जलाएं।