जयपुर : दोस्त का टीचर बनकर सायबर ठगी, पहले भेजे खाते में पैसे फिर निकाले 55 हजार रूपये

हर दिन सायबर ठगी के कई मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को सजग रहने की अपील की जाती रहती हैं कि उनकी एक गलती बड़ी परेशानी खड़ी कर सकती हैं। इसका एक मामला सामने आया जयपुर शहर के कोतवाली इलाके में जहां दोस्त का टीचर बनकर सायबर ठगी को अंजाम दिया गया। यहां साबयर ठग ने एक युवक के दोस्त का टीचर बनकर फोन किया और झांसा देकर 55 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर खाता साफ कर दिया। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।

जानकारी के अनुसार ठगी की वारदात खजाने वालों का रास्ता, चांदपोल बाजार निवासी 21 वर्षीय खुशाल शर्मा के साथ हुई। रिपोर्ट में बताया गया है कि 10 मई को उसके मोबाइल पर एक फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वह खुशाल के दोस्त आदित्य का टीचर बोल रहा है। आदित्य ने ही तुम्हारे मोबाइल नंबर मुझे दिए हैं। शातिर ठग ने खुशाल से कहा कि उसका अकाउंट बंद हो गया है। इसलिए मेरे बैंक खाते में कुछ रुपए ट्रांजेक्शन करने है। तब खुशाल को विश्वास में लेने के लिए सायबर ठग ने क्यू आर कोड भेजा। जिस पर खुशाल ने ठग को पहले 5 रुपए ट्रांजेक्शन किया। इसके बदले में ठग ने भी खुशाल के खाते में 10 रुपए भेजे।

पीड़ित के मुताबिक ठग ने दोबारा पीड़ित युवक को क्यू आर कोड भेजा और कहा कि रुपए ट्रांजेक्शन करने में नेटवर्किंग प्रॉब्लम आ रही है। इस तरह बहाने बनाकर खुशाल से पहले दो बार में 25-25 हजार रुपए और फिर पांच हजार रुपए का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन अपने खाते में करवा लिया। इस तरह करीब 55 हजार रु। ट्रांजेक्शन होने के बाद खुशाल ने ठग को फोन कर संपर्क करने की कोशिश की तो उसका मोबाइल फोन बंद आने लगा। तब संदेह होने पर खुशाल ने अपने दोस्त आदित्य को फोन कर बातचीत तो पता चला कि उसने किसी भी टीचर को उसके मोबाइल नंबर नहीं दिए थे। तब ठगी का पता चलने पर युवक ने परिजनों के साथ कोतवाली थाने पहुंचकर केस दर्ज करवाया।