21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के नाम एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हो गई है। एक बार फिर से देश का परचम लहराते हुए 10वें दिन की शुरुआत में देश की महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने भारत को एक और गोल्ड दिला दिया है। मैरीकॉम ने 48 किलोग्राम वर्ग के मुक्केबाजी प्रतिस्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
बता दें कि कॉमनवेल्थ गेम्स में यह मेरकॉम का पहला पदक है। दोनों खिलाड़ियों के बीच हुए अंतिम व निर्णायक मुकाबले में पांच राउंड खेले गए, जिनमें मेरीकॉम ने सभी राउंड में बढ़त को बरकरार रखा और देश के लिए गोल्ड जीता।
मैरी कॉम ने शनिवार को 21वें राष्ट्रमंडल खेलों के 10वें दिन शनिवार को महिला मुक्केबाजी की 45-48 किलोग्राम भारवर्ग के स्पर्धा का स्वर्ण अपने नाम कर लिया है। इस दिग्गज मुक्केबाज ने फाइनल में इंग्लैंड की क्रिस्टिना ओ हारा को 5-0 से मात देकर पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में पदक हासिल किया।मैरी कॉम ने पहले राउंड में सब्र दिखाया और मौकों का इंतजार किया। उन्हें मौके भी मिले जिसे उन्होंन अपने पंचों से बखूबी भुनाया। मैरी कॉम अपने बाएं जैब का अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं। मैरी कॉर्म धीरे-धीरे आक्रामक हो रही थीं। दूसरे राउंड में मैरी कॉम ने अपना अंदाज जारी रखा। वहीं क्रिस्टिना कोशिश तो कर रहीं थी लेकिन उनके पंच चूक रहे थे। वहीं मैरी कॉम मुकबला आगे बढ़ने के साथ और आक्रामक हो गईं और अब जैब के साथ अपने लेफ्ट हुक का भी अच्छा इस्तेमाल कर रही थीं। अब वह अपने फुटवर्क का अच्छा इस्तेमाल करते हुए क्रिस्टिना पर दबाव बनाए हुए थीं। तीसरे और अंतिम राउंड में क्रिस्टिना भी आक्रामक हो गई थीं और पांच बार की विश्व चैम्पियन को अच्छी टक्कर दे रही थीं, लेकिन मैरी कॉम ने अपना डिफेंस भी मजबूत रखते हुए जीत हासिल की।