कश्मीर : CRPF की ओर से चालू की गई हेल्पलाइन सेवा पर आए 7000 फोन कॉल्स, पाकिस्तानियों ने कॉल कर निकाली भड़ास

कश्मीर (Kashmir) में आम जनता की सहायता के लिए सीआरपीएफ (CRPF) की ओर से हेल्पलाइन सेवा चालू (CRPF Madadgaar) की गई है। लेकिन यह हेल्पलाइन पाकिस्तान के लिए भड़ास निकालने की जगह बन गई है। जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि पाकिस्तानी नंबर से उनके पास भी कुछ फोन कॉल्स आए हैं। उन्होंने कहा कि उनमें से कुछ वाकई रिश्तेदारों की खैरियत मालूम करने के लिए फोन कॉल थे, लेकिन कुछ ऐसे भी पाकिस्तानी हैं जो दूसरी तरफ से सिर्फ अपना गुस्सा जाहिर करने और अपशब्द कहने के लिए फोन करते हैं। पाकिस्तान से फोन कर कुछ लोगों ने सुरक्षा बलों को ही जमकर अपशब्द कहे और भड़ास निकाली। हेल्पलाइन पर 7,071 कॉल्स 11 अगस्त से 16 अगस्त के बीच आए और उनमें से 171 भारत के बाहर से थीं। हेल्पलाइन पर 2,700 फोन कॉल्स सुरक्षा बलों के परिवार की ओर से, 2448 कॉल्स कश्मीर से बाहर रह रहे लोगों ने अपने परिवार के लिए फोन किया। 1752 कॉल्स गैर-कश्मीरी लोगों ने कश्मीर के लोगों का हाल जानने के लिए फोन किया। प्रदेश से बाहर रहनेवाले लोगों ने हेल्पलाइन के जरिए अपने परिवार की खैरियत मालूम की।

कहां-कहां से आए फोन

टोल फ्री नंबर 14411 पर सऊदी अरब से 45 कॉल आए। कुल 22 देशों से कश्मीर में अपनों का हाल जानने के लिए फोन आए। इनमें से 39 यूएई से, 12 कुवैत से, आठ, इउजरायल, मलयेशिया से और 7 यूके, सिंगापुर और बांग्लादेश से फोन कॉल्स आए। 3 फोन कॉल्स कनाडा, बहरीन, जर्मनी, फिलीपींस और थाइलैंड से फोन कॉल्स आए और 2 ओमान, फ्रांस और बेल्जियम से। 1 फोन कॉल चीन से और 1 कतर से आया।

प्रदेश में तैनात सुरक्षा बलों के परिवारों के लिए भी मददगार हेल्पलाइन खैरियत जानने का साधन बन गया। 1,882 कॉल्स सीआरपीएफ के जवानों के लिए, जम्मू-कश्मीर पुलिस के लिए 174, 215 सेना के जवानों के लिए, 112 आईटीबीपी, 99 सीमा सुरक्षा बल, 32 सीआईएसएफ, 20 आरपीएफ और 8 एयरफोर्स के जवानों के लिए मददगार हेल्पलाइन पर कॉल्स आए। जब भी किसी स्थानीय परिवार के लिए फोन आता है तो सीआरपीएफ के जवान उनके घर जाकर परिवार की खैरियत मालूम कर फोन करनेवाले को जानकारी देते हैं।