पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terrorist Attack) के 100 घंटे बाद जैश ए मोहम्मद की लीडरशिप को जम्मू-कश्मीर में खत्म कर, अपने 45 शहीदों के शहादत का पहला बदला भारत ने लिया। मंगलवार को पुलवामा मुठभेड़ के बाद श्रीनगर में सीआरपीएफ, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को साझा प्रेस कॉन्फेंस की और शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है और पाकिस्तानी सेना का इस हमले में पूरा-पूरा हाथ है। सेना ने कहा कि 100 घंटे के अंदर जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों को मार गिराया है। कश्मीर में जैश के सभी टॉप कमांडर ढेर हो गए। सेना ने कहा, 'पुलवामा आतंकवादी हमले के 100 घंटे से भी कम समय में हमने घाटी में जैश के नेतृत्व को समाप्त कर दिया, जिसे पाकिस्तान से JeM द्वारा संभाला जा रहा था।' जानें प्रेस कॉन्फ्रेंस की पांच बड़ी बातें...
1-‘100 घंटों के अंदर आतंकी ढेर’सीआरपीएफ के आईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने आतंकी हमले के 100 घंटों के अंदर आतंकियों को मार गिराया, जिन्होंने उस घातक नरसंहार की योजना बनाई थी और उसे अंजाम दिया था। इस मुठभेड़ में जैश के तीन कमांडर ढेर हुए हैं।
2- ‘पाक आर्मी और ISI ने कराया हमला’15 कॉर्प्स कमांडर के लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने यह भी साफ कर दिया कि पुलवामा हमले को पाकिस्तान की धरती से संचालित जेईएम ने आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के सहयोग से अंजाम दिया था। ढिल्लों ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले के 100 घंटे के भीतर ही हमने कश्मीर घाटी में जेईएम पर कड़ा प्रहार किया है, जिसे पाकिस्तान स्थित जेईएम की तरफ से संचालित किया जा रहा है।
3- कश्मीरी युवकों के माता-पिता से की अपीलप्रेस कॉन्फ्रेंस में सीआरपीएफ के आईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कश्मीरी युवकों के आतंकी संगठन में शामिल होने को लेकर उनके माता-पिता से बड़ी अपील की। ढिल्लों ने कहा है कि कश्मीरी माता-पिता अपने बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें। अगर वह सरेंडर नहीं करेंगे तो हम उन्हें मार गिराएंगे।
4- ‘जो बंदूक उठाएंगे, सफाया कर देंगे’राज्य में आंतकवादी गतिविधियों से सहानुभूति रखने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा, "कश्मीर में जो कोई भी बंदूक उठाएगा उसका सफाया कर दिया जाएगा, जब तक कि वह आत्मसमर्पण न कर दे।"
5-शहीदों के परिवार अपने को अकेले न समझें- सीआरपीएफआईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कहा, ‘शहीद हुए जवानों के परिवार अपने को अकेले न समझें। हम हर वक्त आपके साथ खड़े हैं। देश में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के लिए भी हम हेल्पलाइन चला रहे हैं, ताकि उन्हें किसी मुश्किल स्थिति का सामना न करना पड़े।’’
बता दें कि गुरुवार को पुलवामा आतंकी हमले के बाद सोमवार को आतंकियों से हुई मुठभेड़ में एक मेजर समेत सेना के पांच जवान शहीद हो गए, जबकि सेना ने जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया। इस मुठभेड़ में एक आम नागरिक की भी मौत हो गई। यह मुठभेड़ उस जगह से कुछ ही दूरी पर हुई , जहां तीन दिन पहले 14 फरवरी को सीआरपीएफ की एक बस पर आत्मघाती हमला हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कश्मीर में पुलवामा जिले के पिंगलान इलाके में हुई मुठभेड़ में एक आम नागरिक की भी मौत हो गई।एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों को 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले के स्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर एक इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षा बलों ने रात में इलाके की घेराबंदी की और तलाश अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने बलों पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में जो जवान शहीद हुए हैं वह 55 राष्ट्रीय राइफल के हैं। शहीद होने वालों में मेजर वीएस ढौंडियाल, हवलदार श्योराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं।एएनआई के मुताबिक बीती रात पाकिस्तान ने पुंछ सेक्टर में सीज फायर का उल्लंघन भी किया है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के पुंछ से पीओके के रावलकोट तक जाने वाले बस सेवा को भी सोमवार को लिए रोक दिया गया है।