युवराज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को कहा अलविदा, यह रही संन्यास की वजह

टीम इंडिया के दिग्गज ऑलराउंडर और 2011 विश्व कप के हीरो रहे युवराज सिंह आज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। युवराज ने साउथ मुंबई होटल में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैंने जिंदगी में कभी हार नहीं मानी। युवराज ने आज दोपहर मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने संन्यास का एलान किया है। युवराज ने अपने करियर की शुरुआत सौरव गांगुली की कप्तानी में साल 2000 में नैरोबी में की थी। तब केन्या के खिलाफ पदार्पण वनडे मुकाबले में उनकी बैटिंग नहीं आई थी। युवी ने अपना आखिरी वनडे दो साल पहले 30 जून 2017 को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था।

क्रिकेट के किस फॉर्मेट में बनाए कितने रन?

युवराज सिंह टीम इंडिया के ऐसे चुनिंदा खिलाड़ियों में से रहे, जिन्होंने वनडे और टी-20 में जबरदस्त सफलता हासिल की। हालांकि टेस्ट में उनका प्रदर्शन औसत रहा। युवराज सिंह भारत के लिए अबतक 40 टेस्ट, 308 वनडे और 58 टी-20 मैच खेल चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में युवराज का बल्ला खामोश रहा है। उन्होंने 40 टेस्ट खेलकर 1900 रन बनाए। इनमें 3 शतक भी शामिल हैं। वहीं वनडे फॉर्मेट में युवराज के नाम 8701 रन दर्ज हैं। टी-20 क्रिकेट में युवराज सिंह ने 1177 रन बनाए हैं।

20-20 विश्व कप में लगाए थे 6 गेंदों में 6 छक्के

युवराज सिंह ने 20-20 विश्व कप 2007 में इंग्लैंड के खिलाफ 6 गेंदों में लगातार 6 छक्के मारकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। इसके साथ ही 20-20 में 12 गेंदों में अर्धशतक बनाने का विश्व रिकॉर्ड भी उनके नाम है। वहीं 2011वर्ल्ड कप में भी युवराज मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे।

वर्ल्ड कप 2011 में मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुने गए थे युवराज

युवराज सिंह को वर्ल्ड कप 2011 में अहम भूमिका निभाने में मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया था। आईपीएल की बात करें तो युवराज सिंह किंग्स इलेवन पंजाब, पुणे वॉरियर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली डेयरडेविल्स, सनराइजर्स हैदराबाद और मुंबई इंडियंस से खेल चुके हैं।

ट्वेंटी-20 लीग में फ्रीलांस कैरियर बनाना चाहते हैं युवराज

कहा जा रहा है कि युवराज आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी ट्वेंटी-20 लीग में फ्रीलांस कैरियर बनाना चाहते हैं। बीसीसीआई के सूत्रों के मुताबिक युवराज जल्द ही इंटरनेशनल और फर्स्ट क्लास से रिटायर हो सकते हैं। वहीं आनेवाले समय में वो GT20 (कनाडा), यूरो टी20 स्लैम (आयरलैंड) और हॉलैंड में टी20 लीग खेल सकते हैं क्योंकि उन्हें यहां से ऑफर आ चुके हैं।

2000 में केन्या के खिलाफ खेला था पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच

युवराज सिंह ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच साल 30 अक्टूबर 2000 में केन्या के खिलाफ खेला था। वहीं उन्हें पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच 16 अक्टूबर 2003 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। युवराज ने आखिरी टेस्ट मैच पांच दिसंबर 2012 को इंग्लैंड के खिलाफ खेला था।

ये है युवराज के संन्यास की वजह

माना जा रहा है कि भारत के सर्वश्रेष्ठ वनडे क्रिकेटरों में से एक युवराज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से इसलिए संन्यास लिया क्योंकि वे आईसीसी से मान्यता प्राप्त विदेशी टी-20 लीग में फ्रीलांस करियर बनाना चाहते हैं। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने हाल में बताया था कि युवराज अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास के बारे में सोच रहे हैं। वो जीटी-20 (कनाडा) और आयरलैंड व हालैंड में यूरो टी-20 स्लैम टूर्नामेंट में खेलने पर विचार कर रहे हैं। उन्हें इन टूर्नामेंटों में खेलने की पेशकश मिल रही हैं। युवराज इस साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस की ओर से खेले थे, लेकिन उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले। यही कारण है कि वो भविष्य की योजनाओं पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं।