Bharat Biotech का ऐलान- वैक्सीन के दुष्परिणाम होने पर मिलेगा मुआवजा

आज देश में वैक्सीन प्रोग्राम की शुरुआत हो चुकी है, जिसके तहत पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। सरकार पहले दिन 3 लाख लोगों को टीका लगाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वैक्सीन प्रोग्राम का शुभारंभ किया। वहीं, इस बीच भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की वैक्सीन- कोवैक्सीन (Covaxin) को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। मुंबई के 6 केंद्र सरकारी अस्पतालों में कोवैक्सीन लगाई जा रही है। शुक्रवार को जारी कंसेंट फॉर्म में लिखा है कि वैक्सीन की वजह से कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट्स होने की स्थिति में लाभार्थी को सरकार के तय किए हुए और अधिकृत अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। कंपनी ने साफ कर दिया है कि वैक्सीन के दुष्परिणाम नजर आने पर लाभार्थी को मुआवजा दिया जाएगा।

अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में यह हवाला दिया गया है। महाराष्ट्र समेत 11 राज्यों ने कोवैक्सीन को स्वीकार कर लिया है। हालांकि, कंपनी ने अभी वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल पूरे नहीं किए हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, वैक्सीन प्राप्त करने वाले को एक फैक्ट शीट और बुरे परिणामों से जुड़ा फॉर्म दिया जाएगा। इस फॉर्म में लाभार्थी को शुरुआती 7 दिनों में नजर आने वाले लक्षणों को लिखना होगा।

कंसेंट फॉर्म में लिखा है कि फेज-1 और 2 में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन ने एंटीबॉडी तैयार करने की क्षमता दिखाई है। वहीं, रिपोर्ट ने कहा गया है 'फेज-3 ट्रायल जारी होने के चलते कोवैक्सीन की एफिकेसी को तय नहीं किया जा सका है।'

बता दे, कुछ समय पहले वैक्सीन निर्माताओं ने सरकार से अपनी रक्षा की मांग की थी। वहीं, सरकार के खरीदी ऑर्डर पर यह साफ कर दिया है कि किसी भी तरह की दुष्परिणाम होने पर कंपनी को जिम्मेदारी लेनी होगी।

AIIMS डायरेक्टर ने खुद लगवाई कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन को लेकर सभी आशंकाओं, अफवाहों और भ्रम को दूर करने के लिए दिल्ली स्थित एम्स के डॉयरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने आज खुद कोरोना वैक्सीन की डोज ली। डॉक्टर गुलेरिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में वैक्सीन लगवाई। डॉ गुलेरिया देश के टॉप चिकित्सा विशेषज्ञ हैं। डॉ गुलेरिया ने वैक्सीन लगवाकर इससे जुड़ी सभी तरह की आशंकाओं को निराधार साबित कर दिया है।