चीन से अब यूरोप पहुंचा कोरोना वायरस, फ्रांस में 3 मामलों की पुष्टि, अब तक 41 मौतें

चीन में फैले खतरनाक कोरोना वायरस ने अब तक 41 लोगों को अपना ग्रास बना लिया है और 800 मरीज इससे संक्रमित हैं। हुबेई प्रांत के हुआगांग, एझाओ, चीबी, शिआताओ, झिजियांग, छिनजिआंग, लिचुआन और वुहान समेत 13 शहरों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोक दिया गया है। इससे करीब 4 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने-जाने पर रोक लग गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि देश के 20 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में कुल 1072 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। चीन के अस्पतालों में मरीजों के दबाव को देखते हुए 10 दिन के अंदर एक नया अस्पताल बनाने पर काम शुरू कर दिया गया है। 1000 बिस्तरों वाला अस्पताल 25000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 3 फरवरी तक इस अस्पताल के काम शुरू करने की उम्मीद है।

वहीं चीन में फैले खतरनाक कोरोना वायरस ने अब धीरे-धीरे दूसरे मुल्कों को भी अपनी जद में लेना शुरू कर दिया है। भारत, थाईलैंड, अमेरिका, ताइवान, जापान, वियतनाम, सिंगापुर के बाद अब कोरोना ने यूरोप में भी दस्तक दे दी है। फ्रांस में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन मामलों की पुष्टि हुई है। फ्रांस की स्वास्थ्य मंत्री एग्नेस बुजिन ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि पहला मामला साउथवेस्टर्न सिटी में पाया गया, वहीं दूसरा केस पेरिस में मिला। कोरोना वायरस से संक्रमित तीसरा शख्स पीड़ितों का एक रिश्तेदार है। उन्होंने बताया कि ये तीनों चीन से लौटे हैं और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। एग्नेस ने बताया कि आग की तरह ही संक्रामक बीमारी का जल्द इलाज करना पड़ता है और जितना जल्द हो उसका स्रोत ढूंढना जरूरी है। मरीजों का इलाज जारी है और हमलोग करॉना का सटीक इलाज अवश्य ढूंग लेंगे। पहला मरीज 22 जनवरी को चीन के वुहान से लौटा है। चीन का यह इलाका करॉना से सबसे ज्यादा प्रभावित है।

भारत में पहुंचा वायरस

इधर, कोरोना वायरस के खौफ को देखते हुए भारत में भी सैकड़ों लोगों की जांच के बाद 12 लोगों को अस्पतालों में भर्ती किया गया है। इनमें से सबसे ज्यादा 7 मरीज केरल में हैं। 3 मुंबई और हैदराबाद, बेंगलुरु में 1-1 मरीज हैं। ये लोग हाल ही में चीन और हॉन्ग कॉन्ग से लौटे हैं। इसके अलावा 100 से अधिक लोगों पर उनके घर में ही नजर रखी जा रही है। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अभी तक अलग-अलग देशों से आ रहे 96 विमानों के यात्रियों की जांच की गई है। इन विमानों में सवार सभी 20 हजार 844 यात्री कोरोना वायरस से पूरी तरह सुरक्षित पाए गए हैं।

आपको बता दें कि कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है, जो सामान्य जुकाम से लेकर श्वास तंत्र की गंभीर समस्या तक पैदा कर सकता है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत, गले में दर्द, जुकाम, खांसी और बुखार होता है। इसके बाद यह बुखार निमोनिया का रूप ले सकता है और निमोनिया किडनी से जुड़ी कई तरह की दिक्कतों को बढ़ा सकता है। अभी तक इस वायरस से निजात पाने के लिए कोई वैक्सीन नहीं बनाई गई है। लेकिन इसके लक्षणों के आधार पर ही चिकित्सक इसके इलाज में दूसरी जरूरी दवाओं का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि अब इसकी दवा भी खोजी जा रही है।

कोरोना वायरस से बचने के तरीकें

- कोरोना वायरस से बचने का तरीका है कहीं भी बाहर से आने या कुछ भी खाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह साफ करें। सिर्फ पानी से नहीं बल्कि साबुन या हैंडवॉश से धोएं।

- अपने साथ हैंड सेनिटाइजर हमेशा रखें। जहां पानी से हाथ धोने की व्यवस्था ना हो, वहां इसका इस्तेमाल करें।

- पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करने के बाद हाथ साफ किए बिना उन्हें अपने चेहरे और मुंह पर ना लगाएं।

- बीमार लोगों की देखभाल के दौरान अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। अपनी नाक और मुंह को कवर करके रखें। उनके इस्तेमाल किए हुए बर्तन और कपड़ों का उपयोग करने से बचें।