उत्तर प्रदेश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ्तार, 10 जिलों में दोबारा बढ़े रोगी

उत्तर प्रदेश में काफी हद तक काबू में हो चुका कोरोना संक्रमण अब फिर से बढ़ने लगा है। प्रदेश के 10 जिलों में कोरोना के मरीज दोबारा बढ़ गए हैं। उत्तर प्रदेश में चौबीस घंटों के दौरान करीब डेढ़ महीने बाद कोरोना के सर्वाधिक 228 नए रोगी मिले। इससे पहले बीती 30 जनवरी को 247 मरीज मिले थे। मार्च में ज्यादा मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। नए मिले मरीजों के मुकाबले कम रोगी स्वस्थ हुए। बीते 24 घंटे में 138 रोगी ठीक हुए जबकि दो मरीजों की मौत हो गई। कोरोना से अब तक कुल 8,750 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश में अब कोरोना के 1,912 एक्टिव केस हैं। बीते 24 घंटे में 1.03 लाख लोगों की कोरोना जांच की गई। अब तक कुल 3.29 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है।

मार्च में कब ज्यादा मरीज मिले

तारीख - रोगी मिले

16 मार्च - 228
15 मार्च - 151
14 मार्च - 178
13 मार्च - 156
12 मार्च - 167
11मार्च - 146
09 मार्च - 151

आपको बता दे, जिन 10 जिलों में कोरोना के मरीज दोबारा बढ़ने लगे है उनमे से तीन जिले तो कोरोना मुक्त हो चुके थे, लेकिन अब यहां फिर से वायरस ने पांव पसार दिए हैं। नए मरीज ज्यादा मिलने से रिकवरी रेट की रफ्तार भी सुस्त हो गई है। कोरोना रोगियों की संख्या अभी भी लखनऊ में सर्वाधिक है। अब सिर्फ श्रावस्ती ऐसा जिला है, जो अब संक्रमण मुक्त हो चुका है।

एक से 16 मार्च के दौरान उत्तर प्रदेश के 10 जिलों में मरीज बढ़े हैं। लखनऊ में 254 से बढ़कर 283 रोगी हो गए हैं। इसी तरह कानपुर में 49 से 76, गाजियाबाद में 41 से 106, नोएडा में 70 से 78, वाराणसी में 52 से 99, बरेली में 30 से 95, सहारनपुर में 18 से 26 और रायबरेली में मरीजों की संख्या 12 से बढ़कर 33 हो गई। महाराजगंज, महोबा व कासगंज कोरोना मुक्त हो गए थे, लेकिन अब फिर यहां नए रोगी मिल गए हैं।

रोगियों के स्वस्थ होने की रफ्तार में आई गिरावट

फरवरी के दूसरे हफ्ते और मार्च के पहले हफ्ते के बीच रोगियों के स्वस्थ होने की रफ्तार घटी है। प्रदेश में 13 फरवरी को 3 हजार 98 एक्टिव केस थे, जो 28 फरवरी को घटकर 2 हजार 104 रह गए थे। 15 दिनों में 994 मरीज घटे थे। इसके बाद एक मार्च को 2 हजार 78 रोगी थे और अब 16 मार्च को 1 हजार 912 एक्टिव केस हैं। यानी 166 मरीज ही घटे।

चलाया जा रहा है फोकस टेस्टिंग अभियान

स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते सावधानी बरती जा रही है। महाराष्ट्र, केरल व पंजाब सहित जिन दूसरे राज्यों में संक्रमण काफी तेजी से बढ़ रहा हैं, वहां से लौटकर यूपी आए कुछ लोग संक्रमित पाए गए हैं। इसे देखते फोकस टेस्टिंग अभियान 12 मार्च से शुरू किया जा चुका है, जो 27 मार्च तक चलेगा। सर्विलांस पर भी पूरा जोर दिया जा रहा है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग व फोकस टेस्टिंग पर जोर

स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का कहना है कि कांटेक्ट ट्रेसिंग व फोकस टेस्टिंग पर पूरा जोर दिया जा रहा है। फोकस टेस्टिंग का अभियान शुरू हो चुका है जो कि 27 मार्च तक चलेगा। दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों की सख्त निगरानी की जा रही है।

देश में बढ़ता कोरोना

देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है जो चिंता का कारण है। देश में अब तक कुल 1 करोड़ 14 लाख 9 हजार 595 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1 करोड़ 10 लाख 25 हजार 631 ठीक हुए हैं। 1 लाख 59 हजार 79 ने जान गंवाई है, जबकि 2 लाख 31 हजार 335 हजार का इलाज चल रहा है। मंगलवार को 8,869 कोरोना पॉजिटिवों मिले। 17,746 ठीक हो गए और 187 की मौत हो गई। इस तरह एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 10,935 की बढ़ोतरी हुई। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं। देश में 19 जिले ऐसे है जहां बीते 10 दिनों में सबसे ज्यादा मामले देखे गए हैं। इनमें से 15 जिले अकेले महाराष्ट्र से हैं। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। सरकारी डेटा के अनुसार, पुणे, नागपुर और मुंबई में बीते 10 दिनों से रोज करीब 1000 नए मामले मिल रहे हैं।

शुरुआत से ही महाराष्ट्र कोरोना वायरस महामारी से देश का सर्वाधिक प्रभावित राज्य है। इसके बाद केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु का स्थान है। सबसे ज्यादा मामले वाले जिलों में केवल तीन ही महाराष्ट्र से बाहर के हैं। इनमें कर्नाटक का बेंगलुरु शहरी, मध्य प्रदेश का इंदौर और तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई का नाम शामिल है।

बीते 10 दिनों में इन 19 जिलों में आए सबसे ज्यादा मामले


पुणे- 26,218
नागपुर- 20,104
मुंबई- 11,859
ठाणे - 10,914
नाशिक - 9,024
औरंगाबाद - 6,652
जलगांव- 6,598
इंदौर- 5,238
बेंगलुरु शहरी- 5,047
अमरावती- 4,250
अहमदनगर- 3,962
चेन्नई- 3,811
मुंबई उपनगरीय- 3,355
यवतमाल- 3,326
अकोला- 3,299
बुलढाना- 3,185
नांदेड़- 3,146
वर्धा- 2,431
जालंधर- 2,424