कोरोना के बढ़ते कदम, प्रवासी मजदूरों के साथ गांवों में पहुंचा वायरस

देश में शनिवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 4792 कोरोना के नए मरीज सामने आए, हालाकि, एक दिन में सबसे ज्यादा ठीक भी हुए। शनिवार को 3979 इस वायरस से निजात पा चुके हैं। देश में कोरोना के संक्रमित मामले 90 हजार 648 तक पहुंच गए है। हाराष्ट्र में संक्रमितों का आंकड़ा 30 हजार और गुजरात-तमिलनाडु में 10 हजार के पार पहुंच चुका है। जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग की 12 गर्भवती महिलाएं संक्रमित मिलीं। शनिवार को महाराष्ट्र में 1606, गुजरात में 1057, तमिलनाडु में 477, दिल्ली में 438, राजस्थान में 213, उत्तरप्रदेश में 201, मध्यप्रदेश में 195, प, बंगाल में 115, बिहार में 112, जम्मू-कश्मीर में 108 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। कोरोना के नए मामले ज्यादातर उन लोगों से जुड़े हैं जो विदेश से लौट रहे हैं या देश के बड़े शहरों से अपने-अपने घर पहुंच रहे हैं और इस घातक कोरोना वायरस संक्रमण को प्रवासी मजदूर अपने साथ गांवों तक लेकर जा रहे हैं। राज्यों में अब नए मामले सामने आ रहे है उनमें सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूरों के हैं।

50% से ज्यादा संक्रमित सिर्फ पांच शहरों में

देश के बड़े शहरों की स्थिति अभी भी सबसे खराब है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों में से 50% से ज्यादा लोग महज पांच शहरों मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, चेन्नई और पुणे में रहते हैं। इन पांचों शहरों में करीब 46,000 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। देश में अभी तक करीब 2,800 लोगों की मौत कोरोना वायरस संक्रमण से हुई है जिनमें से करीब आधे इन पांच शहरों से हैं।

देश में 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद 24 मार्च आधी रात से लागू लॉकडाउन के बाद लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूरों ने अपने-अपने घर जाने की ठानी और पैदल ही चल पड़े। जीविका के साधन बंद होने के बाद इन मजदूरों के पास अपने गांव लौटने के अलावा और कोई रास्ता भी नहीं था। हालांकि, सरकारें (केन्द्र और राज्य) प्रवासी मजदूरों के लिए ‘श्रमिक विशेष’ ट्रेनें चला रही है, कुछ राज्य सरकारों ने बसों का भी इंतजाम किया है, लेकिन अभी भी इन बसों और ट्रेनों का संपर्क देश के हर कोने से नहीं जुड़ सका है और मजदूर बड़ी संख्या में सड़कों पर हैं।

सोमवार से लॉकडाउन 4 की शुरुआत

लॉकडाउन 3.0 17 मई को खत्म होने वाला है और सोमवार 18 मई से इसके चौथे चरण की शुरुआत होनी है। आशा है कि इस चरण में विभिन्न आर्थिक गतिविधियों को छूट दी जाएगी, लेकिन लॉकडाउन की पूर्ण समाप्ति अभी भी संभव नहीं लग रही है क्योंकि लोगों की आवाजाही बढ़ने के कारण कोरोना वायरस के मामलों मे भी तेजी से बढ़ोतरी हुई हैं।