दिल्ली की कोरोना से लड़ाई, शुरू हुआ प्लाज्मा बैंक, पहले दिन सामने आए 10 डोनर, 3 रिसीवर

देश की राजधानी दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच गुरुवार को मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के पहले प्‍लाज्‍मा बैंक का उद्घाटन किया। इसे ILBS अस्‍पताल चलाएगा। यह बैंक कोविड-19 (Covid-19) के रोगियों के लिए बहुत बड़ी मदद है। प्लाज्मा बैंक के पहले दिन कुल 10 लोगों ने अपना प्लाज्मा दिया। जो कि कोरोना वायरस को मात देने में कारगर साबित हो सकता है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारी ने बताया कि प्लाज्मा बैंक के पहले दिन कुल 10 लोगों ने अपना प्लाज्मा डोनेट किया। जबकि तीन लोगों को प्लाज्मा दिया गया।

बता दें कि दिल्ली के ILBS अस्पताल के ही 5-6 स्टाफ जो कि कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुके हैं, उन्होंने प्लाज्मा डोनेट किया है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस से पीड़ित किसी भी व्यक्ति की इम्यूनिटी काफी कम हो जाती है। ऐसी परिस्थिति में जो व्यक्ति कोरोना वायरस को मात देकर ठीक हो चुका है, अगर वह अपना प्लाज्मा कोरोना पीड़ित व्यक्ति को दे दे तो उससे फायदा मिल सकता है।

ICMR की ओर से प्लाज्मा थैरेपी के लिए देश के कई राज्यों को मंजूरी दी गई है। दिल्ली में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में अगर प्लाज्मा डोनर आगे आते हैं तो इससे इलाज में काफी फायदा हो सकता है।

केजरीवाल ने कल हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कौन, कहां, कैसे, किस प्रक्रिया के तहत प्लाज्मा दान कर सकता है। उन्होंने इसके लिए टोल फ्री नंबर 1031 और व्हाट्सएप नंबर 8800007722 जारी किया है। इन नंबरों पर डोनर रजिस्ट्रेशन करा सकता है। इस पर दान करने के इच्छुक लोग फोन कर प्लाज्मा दान करने की आगे की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। केजरीवाल ने यह भी साफ कर दिया है कि जिन लोगों को प्लाज्मा की जरूरत है वो इस नंबर पर बिल्कुल कॉल न करें।

ऐसे लोग जो प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं

- कोरोना पॉजिटिव हुए हों
- अब निगेटिव हो गए हों
- ठीक हुए 14 दिन हो गए हों
- स्वस्थ महसूस कर रहे हों और प्लाज्मा डोनेट करने के लिए उत्साहित हों
- उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच हों

ऐसे लोग जो प्लाज्मा नहीं दे सकते

- जिनका वजन 50 किलो से कम है
- महिला जो कभी भी प्रेग्नेंट रही हो या अभी हों
- डायबिटीज के मरीज जो इंसुलिन ले रहे हो
- ब्लड प्रेशर 140 से ज्यादा हो
- ऐसे मरीज जिनको बेकाबू डायबिटीज हो या हाइपरटेंशन हो
- कैंसर से ठीक हुए व्यक्ति
- जिन लोगों को गुर्दे/ह्रदय/ फेफड़े या लीवर की पुरानी बीमारी हो