कोरोना वायरस / ट्रंप का बड़ा दावा - हमने 20 लाख वैक्सीन कर ली तैयार

कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा दुनिया में 68 लाख 44 हजार 222 हो गया है। कुल 33 लाख 35 हजार 318 लोग स्वस्थ हुए। 3 लाख 98 हजार 129 लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे देश में कोरोना के सबसे ज्यादा संक्रमित मामले अमेरिका में है यहां अब 19 लाख से ज्यादा संक्रमित केस सामने आ चुके है वहीं 1,11,390 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इस बीच अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अमरीका ने कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण से बचने के लिए 20 लाख वैक्सीन तैयार कर ली हैं। उन्होंने कहा कि ये वैक्सीन इस्तेमाल के लिए तैयार हैं, इंतजार बस इस बात का है कि वैज्ञानिक इनके सुरक्षित और प्रभावी होने पर मुहर लगा दें।

ये दावा ट्रंप ने शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस में किया। उन्होंने वैक्सीन तैयार होन की बात ज़रूर कही लेकिन साथ ही ये भी बताया कि अभी इनके सुरक्षित होने की पुष्टि नहीं हुई है इसलिए बड़े पैमाने पर इंसानों की टेस्टिंग से पहले इन्हें वैज्ञानिकों की मंज़ूरी मिलना ज़रूरी है।

हालांकि ट्रंप ने ये नहीं बताया कि वो किस कंपनी की या किस खास वैक्सीन की बात कर रहे हैं। उन्होंने कोई तय समयसीमा भी नहीं बताई कि कब तक इनका इस्तेमाल शुरू हो सकता है। उनकी इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस के बाद अमरीका के वरिष्ठ संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फ़ाउची ने कहा कि वो इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते और उन्हें राष्ट्रपति के बयान के बारे में जानकारी नहीं है।

हालांकि मंगलवार को डॉक्टर फ़ाउची ने एक मेडिकल सेमिनार ने उम्मीद जताई थी कि अगले साल तक लाख वैक्सीन तैयार हो जाएंगी। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार अमरीकी प्रशान ने वैक्सीन बनाने के लिए पांच कंपनियों को काम पर लगाया है। अमरीका में कई कंपनियां वैज्ञानिकों की मंज़ूरी से पहले ही बड़े पैमाने पर वैक्सीन बनाने की होड़ में लग गई हैं। इनमें मॉडेर्ना, नोवावैक्स और फ़ाइज़र जैसी कंपनिया शामिल हैं। डॉक्टर फ़ाउची ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया था कि इस रेस में ‘मॉडेर्ना’ सबसे आगे नज़र आ रही है।

चीन पर एक बार फिर बोला हमला

इसके साथ ही डोनाल्‍ड ट्रंप ने चीन पर एक बार फिर हमला बोला। उन्‍होंने कहा कि कोविड 19 चीन की ओर से दिया गया काफी बुरा तोहफा है। वह इसे इसके स्रोत पर ही रोक सकता था। उन्‍होंने कहा कि चीन अमेरिका का फायदा उठाता रहा है। हमने उसके पुनर्निर्माण में सहयोग दिया। हमने चीन को सालाना 500 अरब डॉलर दिए। बता दें कि अमेरिका चीन को दुनिया भर में कोरोना वायरस फैलाने के लिए जिम्‍मेदार ठहराता रहा है। डोनाल्‍ड ट्रंप खुद से चीनी वायरस कह चुके हैं।