भारत में ओमिक्रॉन के केस 1000 पार, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 450 केस, देश की पहली मौत भी यहीं

दुनियाभर के 121 देशों में ओमिक्रॉन पहुंच चुका है। इससे अब तक 3.30 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 59 लोगों की नए वैरिएंट से मौत भी हुई है। भारत में भी ओमिक्रॉन के मामले लगतार बढ़ते जा रहे हैं। भारत में सिर्फ 29 दिनों में ही 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन पहुंच चुका है। गुरुवार तक देश में ओमिक्रॉन के 1270 के आंकड़े तक पहुंच गई। महाराष्ट्र में नए वैरिएंट के केस 450 तक हो गए हैं। यह देश में सबसे ज्यादा है। यहां गुरुवार को एक ही दिन में रिकॉर्ड 198 मरीज मिले हैं। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, ओमिक्रॉन से पहली मौत भी महाराष्ट्र में ही दर्ज की गई है।

नाइजीरिया से लौटे संक्रमित की मौत

देश में ओमिक्रॉन से पहली मौत महाराष्ट्र में दर्ज की गई है। यहां 52 साल के ओमिक्रॉन संक्रमित की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, मरीज की मौत 28 दिसंबर को ही हो गई थी। नाइजीरिया से लौटे इस शख्स का इलाज पिंपरी चिंचवाड म्यूनिसिपल कॉरपोर्रेशन के यशवंत चव्हाण अस्पताल में चल रहा था। वह 13 साल से डायबिटीज का शिकार था।

हालांकि राज्य सरकार ने इसे नॉन-कोविड कारणों से हुई मौत माना है। राज्य के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट ने बताया कि यह संयोग है कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजे गए मरने वाले के सैंपल्स के जीनोम सीक्वेंसिंग की आज आई रिपोर्ट से पता चला कि वह ओमिक्रॉन संक्रमित है।

देश में महाराष्ट्र के बाद दिल्ली ओमिक्रॉन के 320 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। यहां 57 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 263 अभी भी इलाजरत हैं। वहीं 97 केस के साथ केरल देशभर में तीसरे नंबर पर है। यहां कुल 109 मरीज हैं, जिनमें से सिर्फ 1 रिकवर हो चुका हैं और 108 का अभी भी इलाज करवा रहे हैं। वहीं गुजरात (97) और राजस्थान (69) चौथे और पांचवें स्थान पर हैं।

देश के 8 राज्य अभी भी ओमिक्रॉन से बचे हुए हैं। इनमें झारखंड, छत्तीसगढ़, सिक्किम, मिजोरम, त्रिपुरा, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय शामिल हैं।

देश में ओमिक्रॉन के सबसे पहले दो मामले 2 दिसंबर को कर्नाटक में मिले थे। 14 दिसंबर को मामले बढ़कर 50 हुए। 17 दिसंबर को मामलों की संख्या 100 हुई। 200 केस होने में सिर्फ 5 दिन लगें। अब यह आंकड़ा 1000 के पार हो गया है।

यानी सिर्फ अगले 8 दिन में ही 200 से ओमिक्रॉन का आंकड़ा 5 गुना तेजी से बढ़कर 1 हजार की संख्या तक पहुंच गया। आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि इसके संक्रमण की रफ्तार बढ़ गई है।