चेतावनी / लगभग 100 करोड़ भारतीय हो सकते हैं कोरोना वायरस से संक्रमित : नीति आयोग

भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों का आंकड़ा 57 लाख पार कर गया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 86 हजार 508 नए मामले मिले। जिसके बाद संक्रमितों की संख्या 57 लाख 32 हजार 519 हो गई। बुधवार को 1,129 लोगों की मौत भी हुई। अब तक कोरोना से 91 हजार 149 लोगों की जान जा चुकी है। 24 घंटे में 87,458 लोग रिकवर भी हुए हैं। अब तक कोरोना से 46 लाख 74 हजार 988 लोग रिकवर हो चुके हैं। देश में फिलहाल 9 लाख 66 हजार 382 एक्टिव केस हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया कि 22 सितंबर को 9 लाख 53 हजार 683 सैंपल की जांच की गई। इसके साथ देश में अब तक 6 करोड़ 62 लाख 79 हजार 462 कोरोना सैंपल की जांच की जा चुकी है। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी के पॉल का कहना है कि अगर लोगों ने सावधानियां नहीं रखीं तो भारत की करीब 85% आबादी इस वायरस से संक्रमित हो सकती है। डॉक्टर पॉल ने कहा, 'देश में लगभग 80-85% लोग ऐसे हैं जो आसानी से कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं। देश में Covid-19 के मामले बढ़ रहे हैं और वायरस तेजी से फैल रहा है।' डॉक्टर पॉल ने कहा कि लोगों को अब मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।

डॉक्टर पॉल ने बताया, 'वायरस के पीछे का विज्ञान ऐसा है कि यह एक व्यक्ति से 5 व्यक्तियों में और 5 व्यक्तियों से 50 लोगों में फैल जाएगा।' डॉक्टर पॉल ने कहा, 'कोई भी वायरस को रोक नहीं सकता है लेकिन हम निश्चित रूप से कुछ नियमों का पालन कर इस पर नियंत्रण पा सकते हैं। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग से इस महामारी को नियंत्रित किया जा सकता है।' उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच भी फिलहाल देश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है।

वहीं, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 80-85% भारतीय अतिसंवेदनशील श्रेणी में हैं और बाकी के 15% लोग या तो पहले से ही कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं या फिर उनमें वायरस से लड़ने के लिए अच्छी इम्यूनिटी है। ICMR में महामारी विज्ञान के प्रमुख ललित कांत ने कहा, 'भारत में आने वाला मौसम त्योहारों का होगा। अगर पूरी आबादी सख्ती से नियमों का पालन नहीं करती है तो हमें भविष्य में एक चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।'

ICMR के राष्ट्रीय सेरोलॉजिकल सर्वे के नतीजों के अनुसार, अधिकांश आबादी संक्रमण के प्रति अतिसंवेदनशील है, इसलिए संक्रमण को रोकने के लिए भारत को आवश्यक रूप से एक सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीति बनानी होगी। ICMR का कहना है कि बार-बार जनसंख्या आधारित सेरो सर्वेक्षण करने से ये पता लगाने में आसानी होती है कि महामारी के प्रति हमारी रणनीति किस दिशा में जा रही है और हम इसका सही मूल्यांकन कर सकते हैं। सेरो सर्वे 80 से अधिक जिलों में लगभग 28 हजार लोगों पर किया गया था।

जुलाई के महीने में दिल्ली में हुए सेरो सर्वे में पता चला था कि लगभग 23% लोगों में संक्रमण से निपटने के लिए एंटीबॉडी बन चुकी थी। बाकी के 77% लोग अतिसंवेदनशील श्रेणी में थे। ये सेरो सर्वे ICMR और नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल द्वारा किया गया था।