बस से पश्चिम बंगाल जा रही महिला ने रास्ते में जुड़वा बच्चों को दिया जन्म, इलाज न मिलने से दोनों की हुई मौत

उत्तर प्रदेश के बरेली में हापुड़ से पश्चिम बंगाल जा रही एक गर्भवती महिला ने बस में प्री-मेच्योर जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। लेकिन उचित समय में इलाज न मिलने की वजह से दोनों बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद से दंपती का रो-रोकर बुरा हाल है। उनके साथ निकले श्रमिक भी उन्हें बरेली में छोड़कर अपने गंतव्य की तरफ रवाना हो गए।

दरअसल, पश्चिम बंगाल का रहने वाला मिथुन मियां उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक ईंट भट्ठे पर काम करता है। लेकिन लॉकडाउन की वजह से भट्ठा बंद हो गया। जिससे उनके सामने खाने का संकट खड़ा हो गया। इसलिए मिथुन व उसके 40 साथियों ने अपने राज्य जाने का फैसला लिया और ऑनलाइन आवेदन किया। लेकिन काफी दिन तक इन्तेजार करने के बाद भी सरकार की तरफ से कोई मदद नहीं मिली तो उन लोगों ने मिलकर निजी बस करने का फैसला लिया और 1.25 लाख रुपए में निजी बस की बुकिंग की। जिसमें सवार होकर सभी मजदूर शनिवार शाम पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हुए।

छह माह की गर्भवती थी फातिमा, दो बेटियों को दिया था जन्म

मिथुन ने बताया कि उसकी पत्नी फातिमा छह माह की गर्भवती थी। वह भी बस में साथ थी। बस बरेली जिले में बिथरी इलाके में नेशनल हाईवे पर पहुंची तभी फातिमा को अचानक प्रसव पीड़ा शुरु हो गई। ऐसे में बस में मौजूद लोग कुछ समझ सकते उससे पहले ही फातिमा ने दो बेटियों को जन्म दे दिया। जिसमें एक मृत पैदा हुई। एंबुलेंस की मदद से फातिमा व उसके बच्चों को जिला महिला अस्पताल लाया गया। जहां दूसरी नजवात ने भी दम तोड़ दिया। जिला महिला अस्पताल की इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ। वर्षा ने कहा- महिला ने 6 महीने के जुड़वा मृत बच्चों को जन्म दिया था। महिला का कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।