मध्यप्रदेश ने 15 जून तक बढ़ाया लॉकडाउन; संक्रमितों की संख्या 7645 हुई, 334 ने तोड़ा दम

मध्यप्रदेश में लॉकडाउन 15 जून तक बढ़ा दिया है। शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना के खतरे के मद्देनजर लॉकडाउन 15 दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश में स्कूल-कॉलेज खुलेंगे, लेकिन इस पर आखिरी फैसला 13 जून के बाद ही लिया जाएगा।

मध्यप्रदेश सरकार ने यह फैसला ऐसे समय लिया है, जब राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7645 पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 192 नए केस मिले हैं। राज्य में अब तक कोरोना की वजह से 334 मरीज दम तोड़ चुके हैं। 4269 लोग ठीक हो चुके हैं।

राज्य में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, बुरहानपुर, खरगोन, खंडवा और बड़वानी को छोड़कर बाकी सभी जिले ग्रीन जोन में हैं और सभी जगह शर्तों के साथ बाजार खोल दिए गए हैं। प्रदेश में खेल गतिविधियां भी 1 जून से शुरू हो रही हैं। खेल विभाग ने गाइडलाइन तैयार कर ली है।

1 जून से खेल गतिविधियां शुरू

संचालक खेल और युवा कल्याण वीके सिंह ने बताया कि केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार के दिशा निर्देशानुसार खेल और युवा कल्याण विभाग ने भोपाल में 1 जून से खेल गतिविधियां संचालित करने के संबंध में गाइडलाइन तैयार की है। खिलाड़ियों को कोविड-19 (Covid-19) का टेस्ट कराने के उपरान्त ही खेल परिसर और स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति रहेगी।

इंदौर में शुक्रवार रात आई रिपोर्ट में 87 नए मरीज आए, जबकि तीन की मौत हो गई। इनमें एक मौत अप्रैल की है, जिसे अब शामिल किया गया। तिलक नगर निवासी 50 वर्षीय मरीज की मौत 19 अप्रैल को हो गई थी। 40 दिन बाद सरकारी अमले ने माना कि मरीज की मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी। अब तक 34738 संदिग्धों की सैंपल रिपोर्ट आ चुकी है। 3058 लोग जो होम क्वारैंटाइन में रखे गए थे, उन्हें घर भेज दिया गया है।

उधर, राज्य में सागर जिला नया हॉट स्पॉट बन गया है। यहां शुक्रवार को 24 नए केस मिले हैं। इनमें 16 सदर, 4 मढ़िया विट्ठल नगर के अलावा मकरोनिया, मोतीनगर, सिविल लाइन और सूबेदार वार्ड में एक-एक पॉजिटिव मिले। इसके साथ शहर में अब तक 165 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 92 सदर से हैं। जिले में 8 मौतें हो चुकी हैं।

शराब की दुकानें खोलीं तो धार्मिक स्थल भी खोलो

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार से 1 जून से सभी धार्मिक स्थल खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर मध्यप्रदेश में लॉकडाउन में भी शराब की दुकानें खोली जा सकती हैं तो आमजन की आस्था के केन्द्र धार्मिक स्थल अभी तक बंद क्यों?