लॉकडाउन की कड़वी हकीकत / घर के लिए रेलवे ट्रैक पर निकल पड़ा परिवार, साथ में 5 साल का बच्चा

कोरोना वायरस (Coronavirus in India) का संक्रमण और न फैले इसलिए पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) घोषित है। सब बंद है, सड़कों पर गाड़ियों से लेकर सरकारी बसों तक और बाजार से लेकर उद्योग धंधे तक। ऐसे में लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूर अपने छोटे-छोट बच्चों के साथ मुंबई-आगरा, मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर चिलचिलाती धूप और गर्मी के बावजूद साइकिल से, पैदल चलकर हजारों किलोमीटर दूर स्थित अपने घर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। हालाकि, केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार भी प्रवासी मजदूरों से विनती कर रही है कि वे जहां पर है वही रुके रहे। इन प्रवासी मजदूरों के लिए रहने-खाने के इंतजाम भी सरकार द्वारा किया जा रहा है। इन तमाम प्रयासों के बावजूद प्रवासियों के अपने गांव-घर लौटने का सिलसिला थम नहीं रहा।

हैदराबाद में फंसे मजदूर रेलवे की पटरियों के सहारे पैदल ही 800 KM के सफर पर निकल गए हैं। 7 दिन तक पैदल चलने के बाद एक मजदूर परिवार महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में पहुंचा तो उनका हाल बेहाल था। इन्हें अभी और 400 KM चलकर अपने घर पहुंचना था। ये मजदूर परिवार एक 5 साल के छोटे बच्चे के साथ पैदल ही मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में अपने घर के लिए निकला है, जिसकी दूरी हैदराबाद से करीब 800 KM है। रास्ते में जो खाने को मिला, उसी के सहारे ये अपने घर जाने को मजबूर है।

दरअसल, हैदराबाद में इनके खाने-पीने की भी समस्या पैदा हो गई थी। इसी बीच इनका ठेकेदार भी इन्हें छोड़ कर चला गया, इसलिए इन्हें मजबूरन वहां से पलायन करना पड़ा।

मुंबई से गोरखपुर साइकिल पर निकल पड़े मजदूर

ऐसा ही एक और मामला देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सामने आया है यहां 20 श्रमिकों का जत्था साइकिल से ही 1700 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के लिए रवाना हुआ। इन मजदूरों ने राशन की समस्या के कारण इस तरह का निर्णय लेने का दावा किया। श्रमिकों ने सरकार पर मदद न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पास अब पैसे बचे नहीं थे, वहां काम चल नहीं रहा था। ऐसे में बचे पैसों से साइकिल खरीदकर घर लौटने के सिवाय उनके पास कोई और रास्ता नहीं बचा था।

बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से देशव्यापी संक्रमण न फैले, इसलिए 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन किया गया था। इसके बाद फिर 15 अप्रैल से 3 मई तक 19 दिन का लॉकडाउन किया गया है। लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक और निजी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित है, इसलिए लोग पैदल या किसी और साधन की मदद से जैसे-तैसे अपनी मंजिल तक पहुंचने की कोशिश कर रहे है।