भाई-बहन ने दी कोरोना वायरस फैलाने की धमकी, केस हुआ दर्ज तो दी सफाई

मध्य प्रदेश के जिला खरगोन में एक भाई-बहन द्वारा कोरोना फैलाने की धमकी देने वाला मामला सामने आया है। इन दोनों की धमकी देने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि दोनों चीन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं और जनवरी में लौटे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आईपीसी की धारा 289, 270, 188 और 52, 54 महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। उधर वीडियो वायरल होने के बाद लड़की ने सफाई देते हुए कहा कि उसने फ़्रस्ट्रेशन में आकर ऐसा कहा था।

बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय के डायवर्सन रोड पर एक कांट्रेक्टर संक्रमित हो गया। इसके बाद उसके परिजनों के सैंपल लिए गए, जिसमें उसकी बेटी और बेटा भी कोरोना संक्रमित पाए गए। डायवर्सन रोड को सील कर दोनों भाई-बहनों को हॉस्पिटल ले जाया गया। इस दौरान उन लोगों ने एम्बुलेंस के अंदर एक वीडियो बनाया जिसमें दोनों भाई-बहन बातचीत करते हुए कोरोना संक्रमण को फैलाने की बात कर रहे हैं।

क्या कहा दोनों ने?

वीडियो में युवा लड़की यह कहते हुए नजर आ रही है, 'खांसकर मैं पूरे खरगोन में कोरोना फैलाऊंगी, ले लो अभी। फिर भाई वीडियो में थर्मस दिखते हुए अंग्रेजी में कह रहा है कि छुट्टियों में इससे चाय पीएंगे। 'ऑन वैकेशन विथ सम चाय' फिर लड़की कहती है कि 'कैसे घूम रहे हैं लोग। हम पॉजिटिव कैसे हो गए। भाई कह रहा है कि यह तो अमीरों की बीमारी है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।

दोनों के खिलाफ मामला दर्ज

वीडियो के बाद खरगोन की जनता में भय है और उनमे दोनों भाई बहनों के प्रति गुस्सा भी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना इंचार्ज ने बहन-भाई के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थाना इंचार्ज एलएस डागुर का कहना है कि हमें इस तरह के वीडियो वायरल होने की सूचना मिली थी। इसका विश्लेषण किया गया तो पता चला कि डायवर्जन रोड के पास रहने वाली लड़की और उसके भाई ने सोशल मीडिया पर धमकी भरा वीडियो वायरल किया है। हमने दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 289, 270, 188 और 52, 54 महामारी अधिनियम के मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही कई सामाजिक संगठनों ने पुलिस थाने पहुंचकर दोनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

फस्ट्रेशन में कही ये बात

लड़की ने अपने पहले वीडियो के बाद दूसरा वीडियो जारी करते हुए सफाई दी है, 'ये दूसरा वीडियो उन लोगों के लिए है जिन्होंने मेरा पहला वीडियो वायरल किया है। मैं बहुत अधिक फस्ट्रेशन में थी और मैं रिपोर्टर्स से परेशान थी। हमारे पॉजिटिव होने के कारण मैं फ़्रस्ट्रेशन में थी इसलिए ये शब्द निकले। हम खुद डॉक्टर हैं, ऐसा कभी नहीं कर सकते। मैं कोई कोरोना वायरस फैलाना नहीं चाहती थी।