बिहार लॉकडाउन 4.0 गाइडलाइंस / मरीज और ट्रेन से आने वालों के लिए होगी कैब सर्विस, छूट में खुल सकती है सिर्फ कपड़े की दुकान

बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। राज्य में सोमवार को 103 नए संक्रमित मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 1,423 तक पहुंच गई है। इससे पहले रविवार की रात बारह बजे तक जारी रिपोर्ट के अनुसार 142 और लोग कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए। वहीं राज्य में कोरोना महामारी से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। पटना राज्य में अब सबसे ज्यादा कोरोना मरीज वाला जिला बन गया है। इसने संक्रमितों की संख्या में रविवार को मुंगेर को पीछे छोड़ दिया। पटना में संक्रमितों की संख्या 165 हो गयी है। इसमें अच्छी खासी संख्या प्रवासी मजूदरों की है। रविवार को पटना में 58 पॉजिटिव मरीज पाये गये हैं, उनमें करीब 30 प्रवासी मजूदर हैं। दूसरे नंबर पर मुंगेर है। यहां 133 लोग संक्रमित हुए। यहां आज सात नए मामले सामने आए। मुंगेर में कोरोना संक्रमण का चेन लगभग समाप्त होने के बाद अब बड़ी संख्या में आ रहे प्रवासियों के कारण संक्रमण बढ़ रहा है।

बिहार सरकार ने जारी की लॉकडाउन 4.0 की गाइडलाइंस

वहीं इस बीच आज बिहार सरकार ने लॉकडाउन 4.0 को लेकर गाइडलाइंस जारी की है। नई गाइडलाइंस के मुताबिक, बिहार में नई छूट बस इतनी है कि जो इलाके कंटेनमेंट जोन और रेड जोन से बाहर है, वहां पर कपड़े की दुकानें खोली जा सकती है। कपड़े की दुकानों को खोलने को लेकर जिलाधिकारी फैसला लेंगे। जिलाधिकारी तय करेंगे कि दुकानें किन-किन दिनों में खुलेंगी और कितने समय के लिए। बिहार सरकार ने सभी प्रखंड मुख्यालयों को रेड जोन घोषित कर दिया है।

सरकार का मानना है कि बिहार में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर रोजाना आ रहे हैं और प्रखंडों में स्थित क्वारनटीन सेंटर में रह रहे हैं। इससे उन इलाकों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। प्रदेश के रेड जोन इलाके में राज्य सरकार ने कोई भी नई छूट नहीं दी है।

दूसरे राज्यों से बिहार लौट रहे लोगों के लिए राज्य सरकार ने कैब सर्विस की इजाजत दे दी है। हालांकि, यह सेवा केवल मरीजों और ट्रेन से आने वाले यात्रियों के लिए होगी।

हम सभी प्रवासियों को सुरक्षित वापस लाएंगे : नीतीश कुमार

कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन के बीच परेशानी में पड़े प्रवासी बिहारियों को राज्य सरकार ने बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि जितने भी प्रवासी श्रमिक बिहार आना चाहेंगे, उन सभी को राज्य सरकार वापस लाएगी। इसके लिए पूरी तैयारी की जा रही है। इसलिए किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम सभी प्रवासियों को सुरक्षित वापस लाएंगे। सरकार पूरी क्षमता से सभी इच्छुक प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द बिहार लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। इसलिए लोगों को छिपकर या पैदल आने की आवश्यकता नहीं है।

प्रवासी मजदूरों की वजह से बढ़ रहे मामले

स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक सबसे ज्यादा मामले बिहार के बांका खगड़िया सुपौल जिले से सामने आए हैं। पिछले आठ दिनों में अधिकतर संक्रमित बाहर से लौटने वाले प्रवासी मजदूर हैं। प्रवासी मजूदरों में सबसे ज्यादा रविवार को बाढ़ के क्वारंटीन सेंटर में पॉजिटिव मिले। यहां एक ही दिन में कुल 17 पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद अथमलगोला से 12 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। ये भी क्वांरटीन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजूदर हैं। इसके साथ ही बेलछी सेंटर से दो और फतुहा से भी एक पॉजिटिव मिले हैं। बिहार में विभिन्न प्रखंडों में बनाये गये क्वारेंटिन सेंटरों में करीब 50 हजार से ज्यादा प्रवासी मजूदर रह रहें हैं। इनमें से सबसे ज्यादा दिल्ली से आने वाले हैं। वहीं महाराष्ट्र, गुजरात समेत अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर भी यहां रह रहे हैं।