चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना पर काबू पा लिया गया है। चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री ने सोमवार रात बताया कि देश में कुल मिलाकर 19 नए केस सामने आए हैं और ये सभी इम्पोर्टेड हैं। इसके पहले एक ही दिन में 13 नए मामले मिले थे। मिनिस्ट्री का कहना है कि ज्यादातर मामले दूसरे देशों से आए लोगों से संबंधित हैं। लोकल ट्रांसमिशन का अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। आखिर चीन ने ऐसा क्या अलग किया? महामारी के दौरान वुहान में रहने वाले एक शख्स ने इसका जवाब दिया है।
हमने नियमों का सख्ती से पालन किया
लंदन में रहने वाले एक चीनी नागरिक ने वुहान में कोरोना महामारी को लेकर की गई कार्रवाई की असल कहानी शेयर की है। वुहान में जब कोरोना महामारी चरम पर थी तो युवक करीब 5 महीने तक वहां फंसा रह गया था। अपने परिवार से मिलने वुहान गए 31 साल के 'शी लू' महामारी की वजह से 141 दिन तक वहीं फंसे रहे थे। उनका कहना है कि चीन में कोरोना महामारी को सबसे अच्छे तरीके से इसलिए काबू कर लिया गया क्योंकि वहां के लोग सरकार द्वारा लगाए गए नियमों का सख्ती के साथ पालन करते है। कोरोना फैलने के बाद 76 दिन तक वुहान में काफी सख्त पाबंदियां थीं। शी लू का कहना है कि चीनी नागरिक और अन्य लोगों में सांस्कृतिक अंतर है और वहां के लोग सरकार के नियमों का काफी पालन करते हैं। शी लू ने कहा कि अगर चीन में कोई भी नियम लागू है तो हम उसे मानेंगे। उन्होंने कहा कि मास्क पहनने को लेकर भी लोगों ने नियमों का कड़ाई से पालन किया। चीन में अक्सर लोग पड़ोसियों के नियम तोड़ने पर अधिकारियों जानकारी दे देते हैं और लू ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खुद भी ऐसा किया।
शी लू ने कहा कि अगर एंटी मास्क और एंटी वैक्सीन अभियान चलता रहा तो कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी और फिर से लॉकडाउन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि लोगों ने नियम नहीं माने तो कोरोना इतने पर भी नहीं रुकेगा और फिर चौथी लहर भी अगले मौसम में आएगी। बता दें कि वुहान में लगाए गए लॉकडाउन को दुनिया का सबसे कड़ा लॉकडाउन भी बताया गया था।चीन: 11 वैक्सीन तैयार की जा रही
चीन (China) ने अपने इमरजेंसी कोरोना वैक्सीन को तीन शहरों में इस्तेमाल की इजाजत दी है। इनके नाम यिवू, निंगबो और शेओक्सिंग हैं। ये सभी शहर जेझियांग राज्य में हैं। पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद आम लोगों के बीच वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया जाएगा। चीन में 11 वैक्सीन तैयार की जा रही हैं। ये सभी ट्रायल के अलग-अलग स्टेज में हैं। इनमें से कुछ को इमरजेंसी में इस्तेमाल की इजाजत दी गई है। बाकी को मंजूरी मिलने का इंतजार है। अब तक चीन में 85 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं और 4634 मौतें हुई हैं।
आपको बता दे, दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.6 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 6 लाख 44 हजार 204 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 11.22 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।