तमिलनाडु में संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख के पार, 24 घंटे में 4 हजार से ज्यादा मरीज बढ़े

तमिलनाडु में कोरोना के 1 लाख से ज्यादा मरीज हो गए है। इसके साथ तमिलनाडु भारत का दूसरा सबसे ज्यादा मरीजों वाला राज्य बन गया है। शुक्रवार को राज्य में कोरोना के 4 हजार 329 नए मामले सामने आए। इसी के साथ राज्य में कोरोना रोगियों की कुल संख्या 1,02,721 हो गई है। सबसे ज्यादा 2 हजार 82 केस राज्य की राजधानी चेन्नई से आए हैं। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सबसे ज्यादा 64 हजार 689 लोग संक्रमित हैं। गौरतलब है कि एक लाख कोरोना मरीजों के आंकड़े को सबसे पहले महाराष्ट्र ने छुआ था। महाराष्ट्र भारत में कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्य है।

तमिलनाडु सरकार ने 30 जून को कोरोना वायरस के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन को 31 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला लिया था। वहीं चेन्नई और कांचीपुरम, चेंगलपट्टु और थिरुवल्लुवर सहित मदुरै और ग्रेटर चेन्नई पुलिस सीमा में 5 जुलाई तक के लिए पूर्ण लॉकडाउन रहेगा।

तमिलनाडु के इन इलाकों में बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले से ही सख्त लॉकडाउन लगाया हुआ है। जिसे अब 5 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश जारी किया था।

बढ़ते मामलों के मद्देनजर चेन्नई ने माइक्रोलेवल प्लान तैयार किया है। इसके तहत चेन्नई के हर वार्ड में 200 बेड का एक कोरोना हेल्थकेयर सेंटर तैयार किया जा रहा है। चेन्नई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन डोर टू डोर सर्वे कर रहा है। 400 से ज्यादा बुखार नापने वाले कैंप बनाए गए हैं। साथ ही दस नए सैंपल कलेक्शन सेंटर तैयार किए गए हैं। कॉरपोरेशन कमिश्नर जी प्रकाश के मुताबिक चेन्नई में पीक के दौरान तीस से पैंतीस हजार बेड की आवश्यकता पड़ सकती है।

हालांकि अभी ये स्पष्ट डेटा नहीं है कि चेन्नई रोज कितनी टेस्टिंग कर रहा है लेकिन अलग-अलग आंकड़ों के मुताबिक इसकी संख्या करीब पांच हजार है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर चेन्नई को कोरोना को फैलने से रोकना है तो रोज कम से कम 10000 टेस्ट करने होंगे।