दिल्ली / पिछले 24 घंटे में मिले कोरोना वायरस के 1349 नए केस, रिकवरी रेट 85% के करीब

दिल्ली में कोरोना को लेकर बीते कुछ दिनों से राहत की खबर आ रही है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1 हजार 349 नए मामले दर्ज किए और 27 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 1 हजार 200 लोग ठीक भी हुए। इसके बाद दिल्ली में कुल संक्रमितों की संख्या 1 लाख 25 हजार 96 हो गई है, जिनमें 1,06,118 लोग ठीक हो चुके हैं और अब तक 3 हजार 690 की मौत हुई है। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना का रिकवरी रेट 84% से ज्यादा हो गया है। राजधानी में कोरोना का रिकवरी रेट 84.33% है। देश की राजधानी में कोरोना के एक्टिव केस 15 हजार 288 हैं। होम आइसोलेशन में 8 हजार 126 मरीज हैं। पिछले 24 घंटे में 5 हजार 651 RT-PCR टेस्ट हुए हैं। जबकि 15 हजार 201 एंटीजन टेस्ट हुए हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 20 हजार 852 टेस्ट किए गए हैं। अब तक कुल 8 लाख 51 हजार 311 टेस्ट किए जा चुके हैं।

दिल्ली की 24% आबादी हुई कोरोना संक्रमित

उधर, दिल्ली सरकार ने कोरोना संकट को लेकर पूरे राज्य में सीरो सर्वे कराया है, जिसमें कई तरह की बातें सामने आई हैं। दिल्ली में 27 जून से लेकर 10 जुलाई तक किए गए सीरो सर्वे अध्ययन की रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दिल्ली की लगभग एक चौथाई आबादी कोरोना संक्रमित हो चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार इसमें 23.48% लोगों में कोरोना की एंटी बॉडी मिली है। इसका मतलब यह हुआ कि राजधानी की करीब 24% आबादी कोरोना से संक्रमित हो चुकी है। इसके अलावा दिल्ली में जितने भी केस सामने आए हैं, उनमें अधिकतर बिना किसी लक्षण वाले थे। इसका मतलब सरकार की ओर से जो फैसले लिए गए, फिर चाहे वो लॉकडाउन हो या फिर ट्रैकिंग का मसला उनका लाभ मिला है। हालांकि, अभी भी दूसरे लोगों का इसकी चपेट में आने का खतरा है ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी होगी और नियमों का पालन करना होगा।

दिल्ली में सीरोलॉजी टेस्ट में उन लोगों को ही शामिल किया गया था, जिनमें कोई लक्षण नहीं थे। जिन्हें, पहले कोरोना नहीं हुआ था। इसमें अलग-अलग उम्र व इलाके के लोगों को शामिल किया गया है। दिल्ली के सभी 11 जिलों से कुल 21 हजार 387 सैंपल एकत्रित किए गए थे। सभी सैंपल को नेशनल सेंटर फार डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) को भेज गया था। एनसीडीसी ने सैंपल की जांच करने के बाद ये रिपोर्ट सौंपी है। सर्वे की शुरुआत कंटेनमेंट जोन से हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे सभी जिलों में इसको किया गया।

सर्वे से यह पता लगा है कि संक्रमण कम्युनिटी में कितना फैला है। इससे इसको रोकने के लिए नए सिरे से रणनीति बनाई जा सकेगी। यह सर्वे नोडल अधिकारी की देखरेख में किया गया था। इन इलाकों में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने लोगों से उनके विषय में जानकारी ली थी। इन लोगों के ब्लड सैंपल लिए गए थे।