भारत में अब 5 मिनट में होगी कोरोना की जांच

कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। दुनियाभर में इससे संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख के पार चली गई है तथा 50,000 लोग जान गंवा चुके हैं। अभी तक एक दिन में सबसे अधिक मौत की संख्या अमेरिका से सामने आई है। एएफपी न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुता​बिक अमेरिका में कोरोना से पिछले 24 घंटों सबसे अधिक 1169 लाोगों की मौत हुई है। अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक 6 हजार से अ​धिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 2 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित बताए जा रहे हैं। पिछले कुछ हफ्तों से यूरोप इस संकट का केंद्र बना हुआ है लेकिन ऐसे संकेत मिले हैं कि यह महामारी वहां चरम पर पहुंच सकती है। स्पेन और ब्रिटेन में 24 घंटे के दौरान क्रमश: 950 और 569 लोगों की मौत हुई है। अकेले इटली और स्पेन में ही पूरी दुनिया में मरने वाले लोगों की आधी संख्या है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों देशों में नए संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं।वहीं, भारत की बात करे तो इस वायरस के संक्रमितों की गिनती तेजी से बढ़ रही है। यहां अभी तक 2600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके है वहीं, 73 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हो गई है। भारत में महाराष्ट्र (423), तमिल नाडू (309), दिल्ली (293), केरल (286), उत्तर प्रदेश (172), आंध्रप्रदेश (161), राजस्थान (154), कर्नाटक (125), मध्य प्रदेश (107), गुजरात (95) और जम्मू कश्मीर से (70) मामले सामे आ चुके है। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी इससे संक्रमित मामले तेजी से बढ़ रहे है।

कोरोना वायरस संकट के हालात में एक अच्छी खबर आई है। कोरोना की जांच के लिए अमेरिकी कंपनी एबॉट की ओर से बनाई गई रैपिड किट (सिर्फ 5 मिनट में कोरोना की जांच करती है) अब भारत आने वाली है। CNBC TV18 के अनुसार ये किट 18 अप्रैल तक भारत में आ सकती है। आपको बता दें कि एबॉट की जांच किट सिर्फ पांच मिनट में कोरोना पॉजिटिव बता देती है और निगेटिव की रिपोर्ट 13 मिनट में आती है।

क्या है इसमें खास?

इस किट की खास बात यह है कि यह किट इतनी हल्की और छोटी है कि इसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना बेहद आसान है। इसे उन अस्पतालों के बाहर लगाया जा सकता है कि जहां संक्रमण के काफी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।

क्या है कंपनी की योजना?

एबोट कंपनी की एक महीने में 50 लाख टेस्ट किट के उत्पादन करने की योजना है। आपको बता दें कि अमेरिकी रेग्युलेटर USFDA भी इस टेस्ट किट की स्वीकृति दे चुका है।

कब तक बनेगी वैक्सीन

कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज को लेकर वैक्सीन कब तक आएगी इसकी कोई स्पष्ट सीमा नहीं है। कई देश कोरोना वायरस से निपटने के लिए दवा बनाने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई है। इसके पहले फैले सार्स वायरस (Sars Virus) को लेकर भी अब तक कोई सटीक वैक्सीन (Vaccine) नहीं बनाई जा सकी है। ऐसे में कोरोना की दवा जल्द बन जाएगी इस पर संदेह है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि अगर कोरोना वायरस का इलाज ढूंढ लिया गया तो भविष्य में इसे फैलने से रोका जा सकता है। अगर इस वायरस को रोकने की दवा जल्द नहीं बनी तो पूरी दुनिया घुटनों पर आ जाएगी।