राजस्थान ने कोरोना को दी मात, 4 मरीजों में से 3 हुए ठीक

कोरोना वायरस (Coronavirus) से देश में बढ़ते मामलों के बीच राजस्थान से राहत देने वाली खबर सामने आई है। यहां कोरोना वायरस के 4 मरीजों में से 3 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इनमें इटली के दो नागरिकों समेत दुबई से लौटा एक मरीज शामिल है। राजस्थान में चौथा पॉजीटिव केस स्पेन से लौटे जयपुर निवासी युवक का है। उसकी जांच रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई थी। कोरोना के मरीजों को जयपुर में डॉक्टर एचआईवी (HIV) , मलेरिया और स्वाइन फ्लू की दवाइयां दे रहे हैं। पॉजीटिव मरीजों का जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज किया गया।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना वायरस की जांच के लिए जयपुर में अब तक 402 सैम्पल आये हैं। इनमें से 393 सैम्पल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 4 सैम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव थी, जबकि 5 सैम्पल अभी अंडर प्रोसेस हैं। जोधपुर में 10 सैम्पल अब तक टेस्ट, किये गए हैं। सभी 10 सैम्पल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। झालावाड़ में अब तक जांच के लिए 3 सैम्पल आये। इन सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उदयपुर में 2 सैम्पल जांच के लिए आए हैं। ये दोनों सैम्पल अभी अंडर प्रोसेस हैं। प्रदेश में अब तक कुल 417 सैम्पल जांच के लिए मिले हैं। इनमें से 406 सैम्पल नेगेटिव और 4 सैम्पल पॉजिटिव आये हैं। इन 4 में से अब 3 की रिपोर्ट नगेटिव आई है। 7 सैम्पल अंडर प्रोसेस हैं।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना को लेकर राज्य सरकार पूरी ऐहतियात बरत रही हैं। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार सरकारी आयोजनों को लगातार कैंसिल कर रही है। राजस्थान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया गया है।

76 हजार लोगों ने हराया कोरोना को, ठीक होकर घर लौटे

आपको बता दे, दुनिया के 134 देश आज के समय में कोरोना वायरस से प्रभावित हैं। पूरी दुनिया इस वायरस से लड़ने के लिए जी जान से कोशिश कर रही है। चीन से फैले इस वायरस ने तकरीबन 160,564 लोगों को अपने चपेट में ले लिया है। इससे 5,962 लोगों की इससे मौत हुई है। लेकिन इस बीमारी से लड़कर स्वस्थ हो जाने वालों का प्रतिशत भी कम नहीं है। पूरी दुनिया में 75,959 लोग इस बीमारी से लड़कर बिल्कुल स्वस्थ हो चुके हैं और अपने घर वापस जा चुके हैं। अगर मौजूदा संक्रमित केसों की बात की जाए तो दुनियाभर में अब भी 78,643 लोग इलाज करा रहे हैं। अगर सकारात्मक तौर पर देखा जाए तो करीब 72,989 लोग यानी करीब 93 प्रतिशत को मामूली परेशानियां हो रही हैं। यानी इन्हें आइसोलेट तो किया गया है लेकिन इलाज के लिए हल्की-फुल्की दवाओं की ही आवश्यकता पड़ रही है। वहीं 5,654 लोग ही गंभीर रूप से बीमार हैं। इनमें ज्यादातर उम्रदराज या ऐसे लोग हैं जिन्हें पहले से ही अन्य बीमारियों ने जकड़ रखा था।