ओमिक्रॉन की रफ्तार जितनी तेज होगी, खतरनाक वैरिएंट आने की आशंका उतनी ही बढ़ेगी: WHO

दुनिया भर में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं। भारत में भी इसका असर दिखने लगा है। भारत में ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या 2135 हो गई हैं। महाराष्ट्र में नए वैरिएंट के सबसे ज्यादा 653 संक्रमित मिले हैं। दिल्ली 382 संक्रमितों के साथ दूसरे नंबर पर है। इसके अलावा केरल, कर्नाटक और राजस्थान में ओमिक्रॉन के ज्यादातर केस मिले हैं। ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि ये जितनी तेजी से फैलेगा उतनी ही जल्दी वायरस के नए वैरिएंट के आने की आशंका है। WHO की सीनियर इमरजेंसी ऑफिसर कैथरीन स्मॉलवुड का कहना है कि ओमिक्रॉन की तेज संक्रमण की दर का उल्टा असर पड़ सकता है।

कैथरीन का कहना है, 'ओमिक्रॉन इस समय भी घातक है, इसके संक्रमण से मौत हो सकती है। मौत की दर डेल्टा से कुछ कम रह सकती है, लेकिन किसे पता है कि अगला वैरिएंट कितना घातक होगा। नए खतरनाक वैरिएंट के आने से इनकार नहीं किया जा सकता।'

WHO ऑफिसर ने कहा कि हम काफी खतरनाक फेज में हैं। पश्चिमी यूरोप में इंफेक्शन रेट बहुत तेजी से बढ़ रहा है। यह कितना घातक होगा, इसके बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। हालांकि, डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर बहुत कम है। फिर भी, संक्रमितों की संख्या को लेकर हालात चिंताजनक हैं। बता दे, यूरोप में कोरोना संक्रमण के अब तक 10 करोड़ से ज्यादा मामले आ चुके हैं। 2021 के आखिरी हफ्ते में यहां 50 लाख से अधिक केस मिले हैं। कोविड इंफेक्शन का बढ़ता ग्राफ चिंता बढ़ाने वाला है।